नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के शोपियां में एक बार फिर से हिंदू समुदाय को निशाना बनाकर हमला किया गया है। सेब के बागान में घुसकर आतंकवादियों ने सुनील कुमार भट्ट और उनके भाई पर गोलियां बरसा दीं। इस हमले में सुनील कुमार भट्ट की मौत हो गई, जबकि उनका भाई भी गंभीर रूप से घायल हुआ है। इस हमले के बाद एक बार फिर से घाटी में दहशत का माहौल और अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। इस बीच असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा, ‘बीजेपी की ओर से नियुक्त एलजी असफल रहे हैं। 370 इसलिए हटाया था कि इससे कश्मीरी पंडितों को फायदा होगा और अमन हो जाएगा। बरसों की मेहनत के बाद कश्मीरी पंडित लौटकर आए थे, लेकिन वे असुरक्षित रहे हैं। अब तो कश्मीरी पंडित घाटी को ही छोड़कर जाना चाह रहे हैं। यह मोदी सरकार की नाकामी की एक और मिसाल है। इसकी पूरी जिम्मेदारी भाजपा और उनकी सरकार पर आती है। वे कश्मीरी पंडितों की जान की हिफाजत करने में नाकाम साबित हो रहे हैं। इसका जवाब देश के पीएम नरेंद्र मोदी और होम मिनिस्टर अमित शाह को देना चाहिए।’
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आपने बड़-बड़े दावे किए थे, लेकिन उनका क्या हुआ। इस बीच एलजी मनोज सिन्हा ने शोपियां में हुए हमले पर दुख जताया है और आतंकियों को चुन कर मारने का ऐलान किया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता तनवीर सादिक ने कहा कि आतंकवादियों के चलते बहुसंख्यक समुदाय के लोग भी डरते हैं और कई बार वे लोगों की मदद नहीं कर पाते। कश्मीरी पंडित घाटी में सुरक्षित नहीं महसूस कर रहे हैं और यह चिंता की बात है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकियों ने सेब के बागान में घुसकर सुनील कुमार भट्ट और उनके भाई से नाम पूछा और यह पता लगने पर कि वह हिंदू हैं ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं।