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‘कंडाली’ का साग व ‘मंडुए’ की रोटी खाएंगे पीएम मोदी, पहाड़ी उत्पाद बनेंगे ब्रांड!

देहरादून (गौरव ममगाईं)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 दिसंबर को उत्तराखंड के देहरादून में हो रहे दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का शुभारंभ करने पहुंच रहे हैं। पीएम मोदी के स्वागत की भव्य तैयारियां की गई हैं। पीएम मोदी दुनिया के सबसे बड़े भारतीय उद्योगपतियों से उत्तराखंड में ज्यादा से ज्यादा निवेश करने की अपील करेंगे। यह उत्तराखंड के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।

  वहीं, इन्वेस्टर समिट को सफल बनाने में जुटे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीएम नरेंद्र मोदी को भोजन में खास व्यंजन परोसने की योजना बनाई है। इसमें उत्तराखंड के प्रसिध्द पारंपरिक पहाड़ी व्यंजनों को शामिल किया जाएगा। इसमें मुख्य रूप से ‘कंडाली’ व ‘लिंगुड़े’ का साग और ‘मंडुए’ की रोटी होगा। ‘भट’ के दुबके व ‘झंगोरे’ की खीर भी परोसे जाएंगे। ये पहाड़ी व्यंजन बेहद स्वादिष्ट एवं पौष्टिक होते हैं। सीएम धामी चाहते हैं कि पीएम मोदी को उत्तराखंड के पहाड़ी उत्पादों व उनकी खासियत से रूबरू कराया जाए। आपको बता दें कि मंडुआ, झंगोरा, कंडाली जैसे पहाड़ी उत्पाद कई बीमारियों के उपचार में दवा के रूप में भी प्रयोग में लाये जाते रहे हैं। चलिये अब आपको बताते हैं इनके फायदेः

मंडुआः मंडुआ को पिसकर आटा तैयार किया जाता है। मंडुए का आटा शुगर के रोगियों के लिए लाभकारी होता है। गेहूं का आटा शुगर रोगियों के लिए सही नहीं माना जाता, लेकिन मंडुए के आट से कोई नुकसान नहीं होता है। मंडुआ गर्म होता है, इसलिए इसके आटे की रोटी को सर्दी के समय खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसकी रोटी के अलावा मिठाई, केक व कई अन्य स्वादिष्ट व्यंजन भी बनाये जाते हैं।

कंडालीः पर्वतीय जिलों में कंडाली के पत्ते जंगलों में पाये जाते हैं। कंडाली में आयरन पाया जाता है, जो खून की कमी को दूर करता है। इसमें विटामिन ए भी मिलता है। यह किडनी, पीलिया, उदर रोग व खांसी-जुकाम में लाभकारी होती है। पहले इसे दवा के रूप में भी प्रयोग किया जाता था  

झंगोराः इसमें प्रोटीन, कैल्शियम व मिनरल्स पाये जाते हैं। झंगोरा ग्लूटेन फ्री होता है, इसलिए इसे ग्लूटेन एलर्जी एवं सीलिएक रोग से ग्रसित व्यक्ति के लिए उपयुक्त भोजन माना जाता है। झंगोरे में फाइबर भी पाया जाता है, जिससे यह पचाने में आसान व शरीर को एनर्जी प्रदान करता है।

पीएम मोदी की एक अपील पर पहाड़ी उत्पाद बन सकते हैं ब्रांड

दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी ऐसी शख्सियत हैं, जिनका सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में खासा प्रभाव है। पीएम मोदी द्वारा बोली जाने वाली हर बात की देश-दुनिया में चर्चा होती है। इसलिए अगर पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार उत्तराखंड के मंडुआ, झंगोरा, भट, कंडाली, लिंगुड़ा जैसे पहाड़ी उत्पादों के स्वाद एवं पौष्टिकता को लेकर सराहना कर दी और लोगों से इसके प्रयोग करने की अपील की तो इससे उत्तराखंड के ये उत्पाद ब्रांड के रूप में स्थापित हो सकते हैं। आपने देखा होगा कि कुछ वर्ष पहले पीएम मोदी ने रुद्रप्रयाग में केदारनाथ के पास एक गुफा में ध्यान लगाया था, जिसके फोटो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुए। इसका नतीजा यह हुआ था कि वह गुफा पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिध्द हो गई। इसी तरह अक्टूबर में पीएम मोदी पिथौरागढ़ में आदिकैलाश, जागेश्वर धाम व अन्य धार्मिक स्थलों में गये थे, उन्होंने उन स्थलों की सराहना की थी। इसके बाद से इन स्थलों में सैलानियों की संख्या में खासा वृध्दि देखी जा रही है।

वहीं, सीएम धामी को उम्मीद है कि पीएम मोदी को पहाड़ी व्यंजन बेहद पसंद आएंगे। एक बार ये उत्पादन पीएम मोदी की नजर में आ गये तो पीएम मोदी इन्हें विशेष बढ़ावा देकर ब्रांड के रूप में स्थापित करने में मदद कर सकते हैं। बता दें कि पीएम मोदी को उत्तराखंड से विशेष लगाव रहा है। वह कई बार कह चुके हैं कि उत्तराखंड से उनका आध्यात्मिक रिश्ता है। पिछले 60 दिन में उत्तराखंड में पीएम नरेंद्र मोदी का यह दूसरा दौरा है। इससे पहले पीएम मोदी 8 अक्टूबर को पिथौरागढ़ दौरे पर भी आये थे।

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