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PNB घोटाला: मेहुल चोकसी ने कहा- भारत आया तो भीड़ पीट-पीटकर मार डालेगी

नई दिल्ली. पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के 13 हजार करोड़ के घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के मामा भगोड़े मेहुल चोकसी को भारत आने से डर लग रहा है. सीबीआई ने उसके खिलाफ दो गैर-जमानती वारंट जारी करा रखे हैं. एक वारंट अप्रैल में जारी हुआ था, जबकि दूसरा मई में निकाला गया था. इसको लेकर चोकसी ने बुधवार को सीबीआई की विशेष अदालत में याचिका भेजी. इसमें उसने उसके खिलाफ जारी दोनों वारंट खारिज करने की गुहार लगाई है. याचिका में मेहुल चोकसी ने सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष उपस्थित न होने के कारण भी गिनाए हैं. साथ ही उसने कहा है कि भारत आने पर उसकी जान को खतरा हो सकता है. याचिका में चोकसी ने देश में सामूहिक रूप से पीट-पीटकर मारे जाने ( Mob lynching) के ट्रेंड का जिक्र करते हुए यह अंदेशा जताया है. उसने कहा है कि उसे डर है कि अगर वह भारत लौटता है तो भीड़ उसे पीट-पीटकर मार डालेगी.

जेल में भी जान जाने का सता रहा खौफ
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, मेहुल चोकसी ने सीबीआई की विशेष अदालत को भेजी अपनी याचिका में ‘लिंचिंग’ को लेकर जेल में कैदी के मारे जाने का उदाहरण भी दिया है. याचिका में उसने कहा है, ‘हाल के दिनों में भीड़ द्वारा सामूहिक रूप से पीट-पीटकर किसी को मार डालने की कई घटनाएं हुई हैं. यहां तक कि जेल के भीतर भी एक कैदी को भीड़ ने मार डाला. आम लोगों द्वारा सड़क पर सामूहिक रूप से किसी को पीट-पीटकर मार डालने से इंसाफ पाने की यह प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है. यह खतरनाक है. पुलिस-प्रशासन भी इस आक्रामक भीड़ में से किसी एक की पहचान नहीं कर पाती है.’ चोकसी ने अपनी याचिका में कहा है कि उसे कई लोगों ने जान से मारने की धमकी दी है. इन धमकियों को देखते हुए वह अभी अपने ठिकाने का सार्वजनिक नहीं कर सकता. पीएनबी घोटाले के आरोपी ने अपनी याचिका में कहा है कि जेल जाने के बाद भी जेल के अन्य कैदी उसके लिए खतरा बन सकते हैं.

अपनी कंपनी के कर्मचारियों से ही खतरा
हीरा कारोबारी नीरव मोदी के साथ-साथ पंजाब नेशनल बैंक के 13 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि का घोटाला करने वाले मेहुल चोकसी ने अपनी याचिका में कहा है कि उसके खिलाफ भारत में गहरी नाराजगी और गुस्सा फैला हुआ है. चोकसी की तरफ से वकील संजय एबोट और राहुल अग्रवाल द्वारा सीबीआई की विशेष अदालत में दाखिल की गई याचिका में 5 समूहों का जिक्र किया गया है, जिनसे उसे जान का खतरा है. चोकसी ने याचिका में कहा है, ‘मेरी कंपनी के वे कर्मचारी, जिनका वेतन मेरे बैंक खातों के जब्त होने के कारण लंबित है और जिन कर्मियों के परिजनों को इस घोटाले के कारण गिरफ्तार होना पड़ा, उनसे मेरी जान को खतरा हो सकता है.’ चोकसी ने उन जमीन मालिकों और कंपनी के सप्लायरों, जिनके पैसे नहीं चुकाए गए, से भी खुद को खतरा बताया है. इसके अलावा जिन ग्राहकों ने मेहुल से जेवर खरीदे थे और वे जेवर सीबीआई द्वारा जब्त कर लिए गए, उनसे भी मेहुल चोकसी को खतरा है.

गीतांजलि ज्वेलर्स का एमडी था मेहुल चोकसी
पंजाब नेशनल बैंक के 13 हजार करोड़ के घोटाले को लेकर सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर आया ‘गीतांजलि ज्वेलर्स‘ का एमडी मेहुल चौकसी, इस घोटाले के ‘किंग-पिन’ नीरव मोदी का मामा है. मेहुल की कंपनी गीतांजलि का सालाना टर्नओवर करीब 13 हजार करोड़ का है. इस कंपनी का कारोबार देश के साथ-साथ दुनिया के कई अन्य देशों में भी है. भगोड़े मेहुल चौकसी के पिता चीनूभाई चोकसी ने 1966 में गीतांजलि ज्वेलर्स की स्थापना की थी. हीरे के कारोबार से चर्चा में आए मेहुल चोकसी ने वर्ष 1985 में अपने पिता से इस कंपनी की जिम्मेदारी ली थी. पीएनबी का घोटाला सामने आने के बाद मेहुल चोकसी अपने भांजे नीरव मोदी के साथ देश छोड़कर फरार हो गया. इस साल की शुरुआत में घोटाला के सामने आने के बाद विदेश से ही उसने अपने कर्मचारियों को चिट्ठी लिखकर नई नौकरी ढूंढ़ लेने की सलाह दी थी. साथ ही कहा था कि वह अब उन्हें सैलरी (वेतन) नहीं दे सकता है.

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