नई दिल्ली । बिहार (Bihar) के वैशाली जिले में अपनी ‘जन सुराज यात्रा’ के दौरान चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने मंगलवार को कांग्रेस (Congress) जॉइन न करने की एक और वजह बताई। प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस ने मेरी जीत का ट्रैक रिकॉर्ड (track record) खराब कर दिया, इसलिए इस पार्टी के साथ अब काम नहीं करना है। उन्होंने कहा, ‘पिछले 10 सालों में अब तक 11 चुनावों में अलग-अलग पार्टियों के लिए काम किया। इन 11 चुनाव में से 10 जीत गया, सिर्फ एक में हारा। 2017 में यूपी चुनाव में कांग्रेस के लिए काम किया लेकिन कांग्रेस हार गयी। कांग्रेस ने मेरा ट्रैक रिकॉर्ड खराब कर दिया।’
‘कांग्रेस खुद तो डूबेगी ही, हमको भी डुबो देगी’
किशोर ने कहा, ‘कांग्रेस खुद सुधरती नहीं है। खुद तो डूबेगी ही और हमको भी डुबो देगी। इसलिए हमने तय किया कि हमें कांग्रेस के साथ काम नहीं करना है।’ उन्होंने अपना हाथ जोड़ते हुए कहा कि हमें इस पार्टी के साथ अब कभी काम नहीं करना है। प्रशांत किशोर ने मंगलवार को जन सुराज यात्रा की शुरुआत पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के पैतृक निवास से की। प्रशांत किशोर वैशाली के महनार में रघुवंश प्रसाद सिंह के घर गये और उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की, तथा उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की।
‘हम बस 2017 का यूपी चुनाव नहीं जीत सके’
प्रशांत किशोर ने अपनी जन सुराज यात्रा के दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी और एक ऐसी व्यवस्था है जो कभी सुधर ही नहीं सकती। अपने सफर के बारे में लोगों को बताते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, ‘बिहार में 2015 में महागठबंधन की सरकार बनी, 2017 में पंजाब का चुनाव जीते, 2019 में जगनमोहन रेड्डी के साथ जुड़े और आंध्र में चुनाव जीते। 2020 में केजरीवाल के साथ दिल्ली और 2021 में तमिलनाडु एवं बंगाल जीते, लेकिन 2017 में यूपी का चुनाव नहीं जीत सके। हालांकि लेकिन सीखने को मिला, हारने से भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है।’