उत्तराखंड

चारधाम यात्रा को लेकर पुलिस की तैयारी, डीजीपी ने दिए अधिकारियों को निर्देश, ग्रीन कार्ड वाले वाहनों की नहीं होगी जांच

देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर पुलिस ने भी तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आज चारधाम यात्रा सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर बैठक ली। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर पुलिस ने भी तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आज चारधाम यात्रा सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये ख्याल रखना जरूरी है कि यात्रियों को अनावश्यक परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा पर चलने वाले जिन व्यवसायिक वाहनों को परिवहन विभाग द्वारा ग्रीन कार्ड जारी किया गया है, उनके कागजातों की चेकिंग पुलिस द्वारा नहीं की जाएगी।

साथ ही उन्होंने कहा कि निजी वाहनों से चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के वाहनों के कागजात हरिद्वार एवं देहरादून बार्डर पर ही चेक किये जाएंगे। आगे उनकी बार-बार चेकिंग नहीं की जाएगी। चारधाम यात्रा सीजन के दौरान यात्रा रूट पर यातायात व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए उप महानिरीक्षक/निदेशक यातायात मुख्तार मोहसिन को नोडल अधिकारी बनाया गया है।

बैठक में चारधाम यात्रा रुट पर बोटल नेक चिह्नित कर परिवहन एवं लोकनिर्माण विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अधिक से अधिक चेतावनी बोर्ड लगाये के लिए भी निर्देशित किया गया। बैठक में तय किया गया कि ओवर लोडिंग, ओवर स्पीडिंग, रैश, स्टंट ड्राइविंग, नशे की हालत में वाहन चलाने वालों, वाहनों का उपयोग आपराधिक गतिविधियों में करने वालों की चेकिंग एवं इन पर कार्यवाही की जाएगी। पर्यटन पुलिस चार-धाम यात्रा के दौरान अहम भूमिका निभायेगी। पुलिसकर्मियों को सॉफ्ट स्किल्स, कम्यूनिकेशन स्किल्स का विशेष प्रशिक्षण कराया जाएगा, जिससे पर्यटन पुलिस अतिथि देवो भव भाव से यात्रियों को सुरक्षा व सुविधा प्रदान करने में सक्षम हो।

यात्रियों की सुविधा के लिए चारों धामों के कपाट खुलने की तिथि, मार्गों की स्थिति, जाम होने पर उसकी रियलटाइम स्थिति उत्तराखण्ड पुलिस की वेबसाइट और सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साझा की जाएगी। होमगार्ड एवं पीआरडी के जवानों को विशेष प्रशिक्षण देकर यात्रा मार्गों पर तैनात किया जाएगा। यात्रा मार्गों पर यातायात प्रबन्धन को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा जाए। जनपद प्रभारी जिलाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर अपने-अपने जनपदों में पार्किंग की क्षमता एवं नए पार्किंग स्थलों को चिन्हित करें। साथ ही यात्रा मार्गों पर अस्थायी अतिक्रमण को यथासंभव हटवाएं और उक्त सम्बन्ध में नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।

डीजीपी ने यात्रा रूटों पर यातायात सुचारु रुप से संचालित किये जाने के लिए सभी जनपदों के पुलिस उपाधीक्षक यातायात को व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के लिए निर्देशित किया। इसमें समस्त जानकारी साझा की जाए। आपदा प्रबन्धन हेतु यात्रा मार्गों पर पूर्व से तैनात की गयी एसडीआरएफ की टीमों के अतिरिक्त मोरी, घनसाली और गैरसैंण में एसडीआरएफ टीम तैनात करने का निर्णय लिया गया। जल पुलिस को भी अत्याधुनिक आपदा उपकरणों से लैस किया जाएगा।
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस संचार अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक अभिसूचना एवं सुरक्षा ए पी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक फायर अजय रौतेला, पुलिस उप महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र सहित जनपद प्रभारी देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, रूद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, सेनानायक एसडीआरएफ व पुलिस उपाधीक्षक यातायात उपस्थित रहे।

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