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यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से आज बात करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, युद्ध विराम पर हो सकती है चर्चा

नई दिल्‍ली । रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच युद्ध का आज 12वां दिन है। 12वें दिन रूस ने यूक्रेन के कई शहरों में हमले तेज कर दिए हैं। खारकीव (Kharkiv) में कई रिहायशी इलाकों पर भी हमला किया गया है। इस बीच दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल आज तीसरी बात वार्ता करेंगे। इससे पहले हुई वार्ता में सुरक्षित कॉरिडोर पर सहमति बनी थी। आज होने वाली बातचीत में युद्ध (war) विराम पर चर्चा हो सकती है।

यूक्रेन में रूस की ओर से की जा रही गोलीबारी में अब तक 38 बच्चों की मौत हो गई है। यह दावा यूक्रेन की संसद के मानवाधिकार कमिश्नर ने किया है। उन्होंने बताया कि 71 बच्चे जख्मी हैं, वे जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि, रूस पर अब तक लगाए गए प्रतिबंध उसे रोकने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक, इससे पहले यूक्रेन की ओर से जी-7 देशों व यूरोपीय संघ को एक पत्र भेजा गया है। इसमें यूक्रेन की ओर से रूस पर अपेक्षित प्रतिबंधों की सूची भी संलग्न है। राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि, रूस पर और भी ज्यादा सख्त प्रतिबंध लगने चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से फोन पर बात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, यूक्रेन संकट के बीच भारतीय छात्रों की सुरक्षा और युद्ध को टालने के लिए पीएम मोदी फोन पर वार्ता करेंगे। पिछले दिनों कीव में सैनिकों की ओर से हुई गोलीबारी में घायल हुआ भारतीय छात्र हरजोत सिंह जल्द ही भारत लौटेगा। केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने ट्वीट किया कि, गोली लगने के बाद हरजोत का पासपोर्ट भी गुम हो गया था। हालांकि, वह मंगलवार को भारत लौट आएंगे।

यूक्रेन संकट के बीच अर्थव्यवस्था तेजी से चरमरा रही है। इस बीच सोने के भाव में भी तेज उछाल देखा गया है। सोमवार सुबह एशियाई बाजार में सोना 2,000 डॉलर प्रति औंस से अधिक हो गया। यह सितंबर 2020 के बाद का उच्चतम स्तर है।

यूक्रेन संकट के बीच कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। खबरों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 10 डॉलर प्रति बैरल बढ़कर 125 डॉलर तक पहुंच चुके हैं। रूस-यूक्रेन के बीच जंग 12वें दिन में पहुंच गई है। इस बीच अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि, रूस कीव पर कब्जे के लिए सीरियाई लड़ाकों की टुकड़ी को उतार सकता है। दरअसल, ये सीरियाई लड़ाके शहरी क्षेत्रों में युद्ध के लिए प्रशिक्षित होते हैं। अधिकारियों के मुताबिक, अभी यह नहीं कहा जा सकता कि कितने लड़ाके रूस की ओर से भेजे जाएंगे, लेकिन कई सीरियाई लड़ाके यूक्रेन में प्रवेश की तैयारी कर रहे हैं।

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