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आरपीएफ कर्मियों ने मिशन ‘जीवन रक्षा’ के अंतर्गत 74 लोगों की जान बचाई

नई दिल्ली । रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) कर्मियों ने मिशन जीवन रक्षा के अंतर्गत 74 व्यक्तियों की जान बचाई और केवल मार्च महीने के दौरान 91 व्यक्तियों की गिरफ्तारी के साथ 3.12 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के नारकोटिक उत्पादों को बरामद किया। आरपीएफ को रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्र, यात्रियों और उससे जुड़े मामलों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भारतीय रेलवे की सुरक्षा और यात्रियों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने और पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वित कार्रवाई करते हुए यात्रियों को सहायता प्रदान करने के लिए, आरपीएफ ने 2022 में कई ऑपरेशन शुरू किए और उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। आरपीएफ द्वारा शुरू किए गए इन कार्यों को जनता से बहुत सकारात्मक और उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है।

कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं जिनमें यात्री जल्दबाजी में चलती ट्रेन में चढ़ने व उतरने की कोशिश करते हैं, फिसल जाते हैं और ट्रेन के पहियों के नीचे आ कर गिरने से जान को जोखिम में डाल लेते हैं। ऐसे और भी उदाहरण हैं, जहां संकट में फंसे लोग जानबूझकर चलती ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या करने की कोशिश करते हैं। मिशन जीवन रक्षा के अंतर्गत आरपीएफ कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर, मार्च 2022 महीने के दौरान 74 (50 पुरुष व 24 महिलाएं) ऐसे व्यक्तियों और मार्च 2022 तक 178 व्यक्तियों (106 पुरुष और 72 महिला) को बचाया है।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के अंतर्गत आरपीएफ देखभाल और सुरक्षा की जरूरत वाले बच्चों की पहचान करने और उन्हें बचाने का नेक काम करता है, जो विभिन्न कारणों से खो जाते हैं या अपने परिवार से अलग हो जाते हैं। आरपीएफ कर्मी विशेष रूप से महिला आरपीएफ कर्मी, अपनी निर्धारित जिम्मेदारी से आगे बढ़कर ऑपरेशन मातृशक्ति के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की मदद करने के लिए आगे आती हैं, जो अपनी ट्रेन यात्रा के दौरान प्रसव पीडा के बाद बच्चे को जन्म देती हैं। महिला आरपीएफ कर्मियों ने मार्च 2022 में ऐसी 10 महिला यात्रियों और और 2022 में (मार्च तक) 26 ऐसी महिला यात्रियों को सहायता प्रदान की और उनके नवजात शिशुओं को इस खूबसूरत दुनिया में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कई यात्री ट्रेन में चढ़ने या ट्रेन व स्टेशन से निकलने की हड़बड़ी में अपना सारा सामान ले जाना भूल जाते हैं। ऑपरेशन अमानत के अंतर्गत, आरपीएफ कर्मी ऐसे सामानों को सुरक्षित रखने और उन्हें उचित मालिकों को वापस दिलाने में मदद करते हैं। आरपीएफ ने इस ऑपरेशन के अंतर्गत मार्च 2022 में 3.41 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 2000 से अधिक सामान और और 2022 (मार्च तक) 9.15 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 5337 सामान बरामद किए।

आरपीएफ ‘ऑपरेशन डब्ल्यूआईएलईपी’ के अंतर्गत रेल के माध्यम से वन्यजीवों, जानवरों के अंगों और वन उत्पादों की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। मार्च 2022 महीने में, आरपीएफ ने 01 व्यक्ति की गिरफ्तारी के साथ 03 मामलों का पता लगाया और बरामद प्रजातियों जैसे सूखे समुद्री घोड़े, तोते, जल पक्षी आदि को वन विभाग को सौंप दिया। वर्ष 2022 में (मार्च तक) 19 मामलों का पता चला, जिसमें 17 व्यक्तियों की गिरफ्तारी और वन्य जीवन, पशु उत्पादों, वन उत्पादों जैसे वन लकड़ी, पक्षियों, गिद्धों, कछुओं की बरामदगी हुई।

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