स्पोर्ट्स
स्पोर्ट्स काॅलेजों की पिछले चार साल की गतिविधियां जांच के दायरे में
लखनऊ। खेल विभाग के अंर्तगत संचालित होने वाले प्रशिक्षण शिविरों में हिस्सा लेने वाले कोच व प्रशिक्षुओं की रिपोर्ट अब प्रतिदिन ग्रुप फोटोग्राफ सहित खेल निदेशालय को भेजी जाएगी और इसके लिए एक एप भी बनेगा। इसी के साथ सभी जनपदों में बायोमेट्रिक सिस्टम भी लगेंगे ताकि खेल विभाग के अधिकारियों, कर्मियों व पंजीकृत प्लेयर्स की बायोमेट्रिक अटेंडेंस लग सके। खेल मंत्री ने इसी के साथ निदेशक खेल को निर्देशित किया कि स्पोर्ट्स काॅलेजों की पिछले चार वर्षो की जांच करें।
खेल राज्य मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
यह निर्णय केडी सिंह बाबू स्टेडियम में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) खेल, युवा कल्याण एवं पंचायतीराज विभाग उपेन्द्र तिवारी की अध्यक्षता में हुई खेल विभाग के मंडल एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों की विभागीय समीक्षा बैठक में लिए गए। खेल मंत्री ने स्टेडियम में आने वाले खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के साथ खिलाड़ियों व स्टेडियम में आने वाले व्यक्तियों को परिचय पत्र देने के साथ यह भी कहा कि ऐसे सभी लोग स्टेडियम में ट्रैक सूूट व किट में आए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न हों और इन आदेशों का बोर्ड स्टेडियम के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगाया जाय।
प्रशिक्षण शिविरों की डेली रिपोर्ट फोटोग्राफ और एप से
उन्होंने सभी अधिकारियों को कहा कि प्रशिक्षण शिविरों की रिपोर्ट ग्रुप फोटोग्राफ सहित प्रतिदिन निदेशालय को उपलब्ध करायी जाय और इसके लिए एक ‘एप’ भी बनवाया जायें। उन्होंने बायोमेट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस दर्ज करने के निर्देश देने के साथ ये भी ताकीद की कि सभी अधिकारी व कर्मचारी समय से कार्यालय आएं।
खेल मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने सभी क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने मंडल के अधीनस्थ जनपदों का निरीक्षण समय-समय पर करें और निरीक्षण आख्या फोटोग्रापफ सहित शासन एवं निदेशालय को भेजें। वहीं खेल निदेशालय, मुख्यालय स्तर पर तैनात संयुक्त खेल निदेशक एवं उप खेल निदेशक ल अपने आवंटित मंडल के जनपदों का निरीक्षण माह में दो बार जरूर करें।
उन्होंने यह भी कहा कि स्पोर्ट्स कालेज एवं छात्रावास में प्रवेश के लिए ट्रायल पारदर्शिता के आधार पर आयोजित हो और स्पोर्ट्स कालेजों में प्रशिक्षुओं की रिक्त सीटों के सापेक्ष मेरिट के आधार पर रिक्त सीटों को भरने की कार्यवाही तत्काल हों।
जिलों में होगी बायोमेट्रिक अटेंडेंस
खेल मंत्री ने निदेशक खेल को निर्देशित किया कि स्पोट्र्स काॅलेजों की पिछले चार वर्षो की जांच करें। उन्होंने कहा कि मैने स्पोर्ट्स कालेजों के निरीक्षण में कई अनियमिततायें मिली। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए ‘फिट इण्डिया मूवमेंट’ के अंतर्गत जिलों के विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व प्रबन्धकों से मिलकर खेलों के प्रति जागरुकता लाई जाए। इस बैठक में मो.इफ्तेखारुद्दीन (अपर मुख्य सचिव, खेल), डा.आरपी सिंह (खेल निदेशक), कलाम मुहीउद्दीन (संयुक्त सचिव खेल), विनीत प्रकाश (उप सचिव खेल), अनिल कुमार बनौधा (संयुक्त खेल निदेशक), एसएस मिश्रा (उप खेल निदेशक), सुनील कुमार शर्मा (वित्त एवं लेखाधिकारी) सहित खेल विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
खेल राज्य मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
यह निर्णय केडी सिंह बाबू स्टेडियम में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) खेल, युवा कल्याण एवं पंचायतीराज विभाग उपेन्द्र तिवारी की अध्यक्षता में हुई खेल विभाग के मंडल एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों की विभागीय समीक्षा बैठक में लिए गए। खेल मंत्री ने स्टेडियम में आने वाले खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के साथ खिलाड़ियों व स्टेडियम में आने वाले व्यक्तियों को परिचय पत्र देने के साथ यह भी कहा कि ऐसे सभी लोग स्टेडियम में ट्रैक सूूट व किट में आए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न हों और इन आदेशों का बोर्ड स्टेडियम के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगाया जाय।
प्रशिक्षण शिविरों की डेली रिपोर्ट फोटोग्राफ और एप से
उन्होंने सभी अधिकारियों को कहा कि प्रशिक्षण शिविरों की रिपोर्ट ग्रुप फोटोग्राफ सहित प्रतिदिन निदेशालय को उपलब्ध करायी जाय और इसके लिए एक ‘एप’ भी बनवाया जायें। उन्होंने बायोमेट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस दर्ज करने के निर्देश देने के साथ ये भी ताकीद की कि सभी अधिकारी व कर्मचारी समय से कार्यालय आएं।
खेल मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने सभी क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने मंडल के अधीनस्थ जनपदों का निरीक्षण समय-समय पर करें और निरीक्षण आख्या फोटोग्रापफ सहित शासन एवं निदेशालय को भेजें। वहीं खेल निदेशालय, मुख्यालय स्तर पर तैनात संयुक्त खेल निदेशक एवं उप खेल निदेशक ल अपने आवंटित मंडल के जनपदों का निरीक्षण माह में दो बार जरूर करें।
उन्होंने यह भी कहा कि स्पोर्ट्स कालेज एवं छात्रावास में प्रवेश के लिए ट्रायल पारदर्शिता के आधार पर आयोजित हो और स्पोर्ट्स कालेजों में प्रशिक्षुओं की रिक्त सीटों के सापेक्ष मेरिट के आधार पर रिक्त सीटों को भरने की कार्यवाही तत्काल हों।
जिलों में होगी बायोमेट्रिक अटेंडेंस
खेल मंत्री ने निदेशक खेल को निर्देशित किया कि स्पोट्र्स काॅलेजों की पिछले चार वर्षो की जांच करें। उन्होंने कहा कि मैने स्पोर्ट्स कालेजों के निरीक्षण में कई अनियमिततायें मिली। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए ‘फिट इण्डिया मूवमेंट’ के अंतर्गत जिलों के विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व प्रबन्धकों से मिलकर खेलों के प्रति जागरुकता लाई जाए। इस बैठक में मो.इफ्तेखारुद्दीन (अपर मुख्य सचिव, खेल), डा.आरपी सिंह (खेल निदेशक), कलाम मुहीउद्दीन (संयुक्त सचिव खेल), विनीत प्रकाश (उप सचिव खेल), अनिल कुमार बनौधा (संयुक्त खेल निदेशक), एसएस मिश्रा (उप खेल निदेशक), सुनील कुमार शर्मा (वित्त एवं लेखाधिकारी) सहित खेल विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।