जीवनशैली

ठंड के साथ बढ़ रहा है ब्रेन हैमरेज का खतरा, सीधे सिर पर न डेल ठंडा पानी

शरीर का कोई अंग टेढ़ा हो रहा है। देखने-सुनने या समझने की क्षमता प्रभावित हो गई हो तो इसे हल्के में न लें, ऐसा होने पर फौरन डॉक्टर से परामर्श करें। इन दिनों लुढ़कता पारा सीधे दिमाग पर असर डाल रहा है। डॉक्टरों की मानें तो ऐसे में सीधे सिर पर ठंडा पानी डालने से बचें। अस्पतालों में ब्रेन स्ट्रोक या दिमाग की नस फटने के मामले पहुंच रहे हैं। सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि हर सप्ताह इस तरह की परेशानी के 4 से 5 मरीज पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों की मानें तो ब्रेन स्ट्रोक में समय से इलाज मिलने पर जान बच सकती है।

मोटे लोगों को ज्यादा रिस्क
सिविल अस्पताल के सीनियर फिजिशन डॉ. नवीन कुमार की माने तो सामान्य तौर पर गर्मियों के मुकाबले ठंड में ब्रेन स्ट्रोक की मामले काफी बढ़ जाते हैं। सर्दी में हाई ब्लड प्रेशर, डायबीटीज, मोटे लोगों और हार्ट पेशंट में ब्रेन हैमरेज का खतरा बढ़ जाता है। लोग शुरुआती लक्षण को नजरअंदाज कर देते हैं। जब वे इलाज के लिए पहुंचते हैं तो काफी देर हो चुकी होती है।

दो तरह का होता है ब्रेन स्ट्रोक
सीनियर कंसलटेंट न्यूरोसर्जरी डॉक्टर अनुराग ने बताया कि ठंड में रक्त गाढ़ा हो जाता है जिससे थक्का जल्दी बनने लगता है। गर्मी की तुलना में सर्दी में ब्लड प्रेशर एकाएक बढ़ जा रहा है। ब्रेन स्ट्रोक दो प्रकार के होते हैं। पहला इस्किमिक और दूसरा हेमोरहगीक। दोनों में ज्यादा खतरा शुगर कमा हाई ब्लड प्रेशर के मरीज कमा हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या, तनाव और डिप्रेशन के मरीजों में देखा जाता है।

ऐसे होता है ब्रेन हैमरेज
ब्रेन के 2 हिस्से होते हैं। दाएं हिस्से से शरीर का बाया और बाएं से दायां हिस्सा नियंत्रित होता है। ऐसे में अगर स्ट्रोक दाएं हिस्से में आता है तो पैरालिसिस बाएं हिस्से में होता है। स्ट्रोक बाएं हिस्से में पड़े तो इसके लक्षण दाएं हिस्से में दिखते हैं।

पहले पैरों पर पानी डालें
काफी लोग सर्दियों में टंकी के पानी को सीधे सर पर डालकर नहाते हैं। यह काफी खतरनाक है। हो सके तो गुनगुने पानी से नहाएं। पानी को शरीर के बजाय पहले पैरों पर डालें और सबसे आखिर में सिर पर।

ये हैं लक्षण

सांस लेने में तकलीफ
ब्रेन में अधिक ब्लीडिंग से बेहोशी
शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन का एहसास
शरीर पर चीटियों के दौड़ने या कमजोरी का महसूस होना
बोल पाने या समझने में परेशानी और भ्रम की स्थिति होना
आंखों से साफ ना देख पाना
सिर में दर्द, उल्टी आना व जी मिचलाना

इस तरह से करें बचाव

गुनगुने पानी का सेवन करते रहें, शरीर में पानी की कमी ना हो
बीपी और शुगर की दवा ले रहे हैं तो उन्हें बंद ना करें
नमक का इस्तेमाल कम कर दें
सिगरेट, तंबाकू और शराब का सेवन ना करें
ठंड में नंगे पैर घास या फर्श पर चलने से परहेज करें

यह भी खतरे के दायरे में

शुगर रोगियों को स्ट्रोक का खतरा 3 गुना ज्यादा होता है
55 साल से अधिक उम्र के लोगों को
गर्भनिरोधक हार्मोंस की दवा लेने वालों को
लगातार सिगरेट व शराब का सेवन करने वाले को
एनीमिया या माइग्रेन के मरीज को
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को
मोटे व सुस्त लोगों को

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