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दोनों डोज नहीं लगवाने वाले मजदूरों से नहीं कराया जाएगा काम, कोरोना संक्रमण से बचाने की जिम्मेदारी पूरे जिले की हैः कलेक्टर

इंदौर। “कोई भी शासकीय एवं प्राइवेट कांट्रेक्टर ऐसे मजदूरों से काम नहीं कराएगा, जिन्होंने वैक्सीनेशन का दूसरा डोज नहीं लगवाया है। यह आप सब की जिम्मेदारी है कि आप सुनिश्चित करें कि आपके यहां कार्य करने वाले स्टाफ एवं मजदूरों को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं। इंदौर जिले को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने की जिम्मेदारी सिर्फ शासन व प्रशासन की नहीं बल्कि यहां रह रहे प्रत्येक नागरिक की है। आप सभी के सहयोग से ही इंदौर को कोरोना के खतरे से बचाया जा सकता है।”

यह बात कलेक्टर मनीष सिंह ने शनिवार को रविंद्र नाट्य ग्रह में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा के दौरान कही। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, राज्य आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे, आईडीए के सीईओ विवेक श्रोत्रिय, एकेवीएन के एमडी रोहन सक्सेना, अपर कलेक्टर डॉ. अभय बड़ेकर सहित सभी एसडीएम तथा शासकीय कांट्रेक्टर एसोसिएशन, क्रिडाई, आईटी बीपीओ के प्रतिनिधि, बैंक करेस्पॉन्डेंट, किओस्क सेंटर के संचालक, पीआईयू एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारी सहित अन्य संगठनों के सदस्य उपस्थित रहे।

कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि कोई भी बिल्डर या कॉलोनाइजर यह सुनिश्चित करें कि उनके यहां कार्य कर रहे मजदूर बिना वैक्सीनेशन का सेकंड डोज लगवाए कार्य नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि आईटी-बीपीओ में कार्य करने का माहौल थोड़ा कन्जेस्टेड रहता है एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं हो पाता है ऐसी जगह पर कार्य कर रहे लोगों का वैक्सीनेट होना बहुत आवश्यक है। इसलिए ऐसी सभी कंपनी भी सुनिश्चित करें कि वहां कार्य कर रहे लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं। एकेवीएन के अधीनस्थ इंडस्ट्रीज भी यह सुनिश्चित करें कि उनके यहां कार्य कर रहे लोग एवं स्टाफ तथा उनके परिवारों का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन किया जा चुका है। उन्होंने एकेवीएन के एमडी रोहन सक्सेना को इसका भौतिक सत्यापन करने के भी निर्देश दिए।

कलेक्टर ने सभी बैंक करेस्पॉन्डेंट एवं किओस्क सेंटर के संचालकों से कहा कि उनकी रिच बहुत बड़ी है। वे समाज के उस वर्ग को अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं जो हाई रिस्क कैटेगरी में आते हैं। उन्होंने कहा कि सभी बैंक करेस्पॉन्डेंट एवं कियोस्क सेंटर लोगों को प्रेरित करें कि वे वैक्सीनेशन का दूसरा डोज लगवाये और अगर इसके उपरांत भी लोग वैक्सीन नहीं लगवाते हैं तो वे उन्हें अपनी सेवाएं प्रदान करने से मना कर सकते हैं। इससे लोगों को असुविधा तो होगी लेकिन लोग वैक्सीनेशन के सेकंड डोज लगवाने के लिए प्रोत्साहित भी होंगे। थोड़ी सी असुविधा से लोगों की जान की रक्षा की जा सकती है।

उन्होंने कहा कि आप सभी लोगों से अपेक्षा है कि आप समाज के हर वर्ग को वैक्सीनेशन कराने के लिए प्रेरित करेंगे और जिला प्रशासन के संकल्प की 30 नवंबर तक जिले के शत-प्रतिशत नागरिकों को वैक्सीनेशन का दूसरा डोज लगाया जाए उसको पूर्ण करने में प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे।

नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि प्रशासन हर उस व्यक्ति तक पहुंच रहा है जो और अधिक व्यक्तियों तक पहुंच सकता है। आप सभी के माध्यम से हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेशन कराने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा कोरोना वैक्सीन के पहले डोज के लिए जिन स्थानों पर वैक्सीनेशन केंद्र शुरू किए गए थे वे दूसरे डोज के लिए भी शुरू किए गए हैं। इसी तरह सभी जोन मुख्यालय भी रात 9 बजे तक वैक्सीनेशन की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में ड्राईव-इन वैक्सीनेशन की सुविधा भी अभी चालू है साथ ही 100 ऑन व्हील वैक्सीनेशन मोबाइल वैन भी चलाई जा रही हैं जिससे लोगों का ऑन-साइट वैक्सीनेशन किया जा रहा है।

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