फिर रेल पटरी पर बैठे किसान, 40 से ज्यादा ट्रेनें रद
धनबाद: पंजाब में किसान आंदोलन का एक बार फिर से रेल परिचालन पर असर पड़ रहा है। यूं तो आंदोलन पंजाब में हो रहा है कि लेकिन धनबाद और हावड़ा रूट की टेनें भी प्रभावित हो रही हैं। रेलवे ने हावड़ा रूट की कुछ ट्रेनों को भी रद करने के साथ-साथ मार्ग परिवर्तित और बीच में ही टर्मिनेट करने का निर्णय लिया है। इस बाबत उत्तर रेलवे ने ट्वीट कर जानकारी दी है। प्रभावित ट्रेनों की सूची जारी की है। इनमें झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल की ट्रेनें भी शामिल हैं। ट्रेनें रद होने से झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल की ट्रेनें उधर से नहीं आने से वैष्णो देवी गए यात्रियों को लाैटने में परेशानी हो रही है।
झारखंड से पंजाब और उससे आगे का सफर मुश्किल
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन खत्म हो गया है लेकिन, पंजाब में किसान अभी भी सड़कों पर उतरे हैं। पंजाब के किसान नौकरी, कर्जमाफी समेत अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं। जिसके चलते रेल यातायात प्रभावित है। पंजाब के किसान मजदूरों ने कर्ज माफी, नौकरी और दूसरी मांगों को सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। आंदोलनकारी किसानों ने अमृतसर-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इसके चलते भारतीय रेलवे (Indian Railway) को कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं, जबकि कुछ को टर्मिनेट किया गया है।
ट्रेनें प्रभावित होने से वैष्णो देवी जाने वाले यात्री परेशान
हरियाणा, पंजाब और जम्मूतवी जाने वाली ट्रेनों के एकाएक रद होने और उनके गंतव्य स्थल तक ना जाने से जुड़ी सूचना जारी की गई है। रेलवे की घोषणा ने हजारों यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। कोहरे की वजह से पहले से ही देश के कई हिस्से की ट्रेनें रद हैं। उस पर एकाएक दर्जनों ट्रेनों के रद होने से दोहरी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। 19 दिसंबर की रात धनबाद से खुलने वाली गंगा सतलज एक्सप्रेस को लुधियाना तक चलाने की घोषणा हुई है। 20 दिसंबर को फिरोजपुर कैंट से चलने वाली ट्रेन लुधियाना से धनबाद के लिए चली। 21 दिसंबर को भी गंगा-सतलज एक्सप्रेस लुधियाना से ही चलेगी। 19 दिसंबर को चली कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस को सहारनपुर तक चलाने की सूचना जारी की गई। वापसी में जम्मू से कोलकाता जाने वाली डाउन जम्मूतवी कोलकाता एक्सप्रेस 21 दिसंबर को रद करने की सूचना जारी हुई थी। अब इस ट्रेन को सहारनपुर से कोलकाता के बीच चलाने की घोषणा हुई है। इसके साथ ही, झारखंड बिहार, बंगाल समेत देश के कई हिस्सों की कई ट्रेनों को रद कर दिया गया है।
टिकट रद कराने पर पूरे पैसे वापस
ट्रेनों के गंतव्य तक नहीं जाने के कारण अगर यात्री चाहें तो टिकट रद कराकर पूरे पैसे वापस ले सकते हैं। रेलवे के आरक्षण काउंटर के साथ-साथ आनलाइन बुक टिकटों पर भी यह सुविधा मिलेगी। पजाब में ट्रेनों की जो हड़ताल चल रही है, उससे काफी संख्या में कई राज्यों की ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं। वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं को ट्रेनों की हड़ताल से परेशानी हो रही है।
शेष हिस्से वाला किराया बोर्डिंग स्टेशन से नहीं होगा रिफंड
रेलवे ने जिन ट्रेनों को बीच रास्ते तक चलाने की घोषणा की है। उन ट्रेनों के यात्रियों को बोर्डिंग स्टेशन से शेष हिस्से का किराया नहीं लौटेगा। उदाहरण के तौर पर कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस सहारनपुर तक जाएगी। धनबाद से जम्मूतवी तक टिकट बुक करा चुके यात्री सहारनपुर तक जा सकते हैं। पर सहारनपुर से जम्मूतवी के बीच ट्रेन रद होने के बाद भी उस हिस्से के टिकट के पैसे धनबाद स्टेशन से वापस नहीं ले सकते हैं। सहारनपुर पहुंच कर वहां टिकट डिपोजिट रिसिप्ट-टीडीआर भरकर शेष हिस्से के किराए की वापसी का दावा पेश कर सकते हैं।