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सेबों की गुणवत्ता बनी रहे इसलिए पहाड़ों पर होगी ड्रोन से डिलीवरी, परीक्षण शुरू

हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में इन दिनों सेब की खेती काफी अच्छी हो रही है। लेकिन इन्हें पेड़ो से तोड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में काफी मुश्किल होती है। सेबों (apples) की डिलवरी के लिए एक नई टेक्नोलोजी (new technology) का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह के पहाड़ी इलाकों (hilly areas) में अब ड्रोन से सेब की डिलीवरी होगी। इसके लिए परीक्षण शुरू कर दिया गया है।

जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में सेब के डिब्बों की ड्रोन से डिलीवरी के परीक्षण शुरू किया गया है। क्षेत्रीय प्रबंधक दिनेश नेगी ने कहा कि इसके पीछे हमारा उद्देश्य है कि ज्यादा ऊंचाई और दुर्गम क्षेत्रों से कम समय में सेबों को नीचे लाया जा सके। इससे सेबों की गुणवत्ता बनी रहेगी।

वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश के किसान सेब की अच्छी फसल से खुश हैं। मौसम में होने वाले बदलाव के कारण बर्फबारी व बेमौसम बारिश के सिलसिले से फसलों को नुकसान होता रहता है। ऐसे में भविष्य को लेकर किसान चिंतित रहते हैं।

सेब की खेती राज्य में उगाए जाने वाले फलों का 80 प्रतिशत से अधिक है , और हिमाचल प्रदेश के भीतर, शिमला शहर वाणिज्यिक बिक्री के लिए सबसे अधिक सेब का उत्पादन करता है, जिनमें से 90 प्रतिशत घरेलू बाजारों में बेचे जाते हैं। हिमाचल में शिमला, कुल्लू, मंडी, चंबा, किन्नौर, लाहौल-स्पीति, सिरमौर जिलों में सेब पैदा किया जाता है। हिमाचल के कुल सेब उत्पादन का 80 फीसदी शिमला जिले में होता है। इन्हीं सब को देखते हुए सेब की ड्रोन डिलीवरी का प्लान तैयार किया गया है।

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