चुनाव तैयारियों में जुटी यूपी भाजपा
सुरेश बहादुर सिंह
लखनऊ, 17 जून, 2021 दस्तक टाइम्स : उत्तर प्रदेश भाजपा आगामी चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। भाजपा ने आगामी चुनाव में पार्टी के सभी प्रमुख नेताओं को भी चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत दोनों उपमुख्यमंत्रियों को भी चुनाव मैदान में उतारे जाने की प्रबल संभावना है।
भाजपा आलाकमान ने संगठन के पदाधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि चुनाव लड़ने के इच्छुक पदाधिकारी अपने पदों से इस्तीफा देकर ही चुनाव लड़ सकते हैं। संगठन के अन्य पदाधिकारी चुनाव प्रबंधन का कार्य देखेंगे। भाजपा ने बूथवार कमेटियां बनाकर चुनाव की जिम्मेदारी स्थानीय नेताओं को भी सौंपने का फैसला किया है।
भाजपा आलाकमान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। भाजपा आलाकमान ने प्रदेश नेतृत्व के परिवर्तन के सभी खबरों को नकारते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कंधों पर आगामी विधानसभा चुनाव जिताने की जिम्मेदारी सौंप दी है। आलाकमान के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के सघन दौरे पर निकल रहे हैं। वह न सिर्फ विकास कार्यों का जायजा ले रहे हैं बल्कि जिला स्तर पर संगठन को मजबूती प्रदान करने की भी सलाह दे रहे हैं।
आलाकमान का मानना है कि कोरोना महामारी के आपदाकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कोरोना महामारी पर न सिर्फ अंकुश लगाया बल्कि प्रदेश में कोरोना लहर को भी रोकने में सफल रहे हैं। भाजपा आलाकमान का मानना है कि मुख्यमंत्री के विकास कार्यों व आपदाकाल में किये गये सराहनीय प्रयासों को प्रदेश की जनता तक पहुंचाना प्रदेश संगठन का कार्य है। प्रदेश संगठन को सरकार के कार्यों को जनता तक पहुंचाने के लिए जी-जान से जुट जाना चाहिए।
भाजपा आलाकमान जहां मुख्यमंत्री की कार्यशैली से काफी प्रसन्न हैं वहीं प्रदेश सरकार के कुछ मंत्रियों के क्रिया-कलापों से नाखुश भी है। ज्ञात हो कि प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। इन आरोपों को भाजपा आलाकमान ने काफी गंभीरता से लिया है। आलाकमान का मानना है कि ऐसे मंत्रियों की छवि से पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है। विधायकों की नाराजगी भी भाजपा को भारी पड़ सकती है। भाजपा के अधिकांश विधायक नौकरशाही के बढ़ते वर्चस्व से काफी नाराज हैं, जिसकी शिकायत वह आलाकमान से भी कर चुके हैं। भाजपा कार्यकर्ता भी पार्टी की कार्यशैली से काफी खुश नहीं हैं, इसलिए उनकी नाराजगी दूर करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोगों का गठन करके भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ताओं को इनमें शामिल करके उनका आक्रोश दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जनजाति आयोग एवं पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन कर दिया है और उनमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी शामिल कर लिया है। मुख्यमंत्री जल्द ही आयोग का गठन करके पार्टी कार्यकर्ताओं को मनाने का प्रयास करेंगे जो उनकी चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।