स्पोर्ट्स

नीदरलैंड में उत्तर प्रदेश के कॉन्स्टेबल गगन लहराया जीत कर तिरंगा

नोएडा : उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात गगन कुमार पासवान ने विदेश की धरती पर भारत का परचम लहराया है। भारत से 7130 किलोमीटर दूर नीदरलैंड में वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स बैडमिंटन खेल प्रतियोगिता में आकर्षक प्रतिभा दिखाकर ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है। गगन को लोग कॉन्स्टेबल की जगह चैंपियन के रूप में संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने प्रतियोगिता में पदक हासिल कर उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर पुलिस का नाम पूरे देश में रोशन किया है। गगन की जीत को लेकर जिले की पुलिस गौरवान्वित महसूस कर रही है। गगन पिछले वर्षाें में प्रदेश और देश स्तर की प्रतियोगिताओं में भागीदारी करते आ रहे हैं।

गगन मूल रूप से सहरसा बिहार के रहने वाले हैं। इनका जन्म उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में हुआ था। इनके पिता उत्तर प्रदेश पुलिस में नियुक्त थे। पिता के मार्गदर्शन में गगन कुमार ने कांस्टेबल की नौकरी हासिल की। गगन नौकरी के अलावा राष्ट्र के प्रति कोई ऐसा काम करना चाहते थे, जिससे उनका नाम हो। ऐसे में उन्होंने खेलों की तरफ रुख किया। गौतमबुद्धनगर के डीएम सुहास एलवाई ने इससे पहले जिले का नाम रोशन किया था। उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। वे भी बैडमिंटन के बेहतरीन खिलाड़ी माने जाते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। अब इसी जिले में कार्यरत कॉन्स्टेबल गगन ने विश्व पुलिस एवं फायर प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर जिले का नाम बढ़ाया है।

वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में इस बार भारतीय खिलाड़ी सरकारी खर्चे पर नहीं गए हैं, बल्कि उन्होंने इस इवेंट में अपने खर्चे पर भाग लिया है। गगन की मदद में गौतमबुद्धनगर के कमिश्नर आलोक सिंह, एडीसीपी रणविजय सिंह, वरुण पवार सहित कई अधिकारियों ने आर्थिक मदद की। प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की प्रेरणा भी दी। दरअसल, यह इवेंट साल 2021 में ही होने वाला था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसे टालना पड़ा।

जानकारी के मुताबिक, गगन की कामयाबी के पीछे बड़ा हाथ ग्रेटर नोएडा के दादरी कोतवाली में साइबर और क्राइम ब्रांच में तैनात वरुण पवार का है। गगन से वरुण पवार की मुलाकात साल 2012 में मुरादाबाद में हुई थी। वरुण पवार को गगन ने गुरु और बड़े भाई का दर्जा दिया है। दरअसल, पवार के साथ गगन ने खेल की गुणवत्ता को परखा है। वरुण पवार साल 2018 से 2020 तक नोएडा के बाहलोलपुर चौकी पर तैनात थे।

मुरादाबाद में तैनात गगन को खेल के प्रति काफी रुचि थी, लेकिन गुरु के बिना सीखने में उतना लाभ नहीं हो रहा था। मुरादाबाद से खेल की उत्साहिकता गगन को वरुण के पास खींच लाई। गगन की जीत को लेकर वरुण पवार काफी प्रसन्न हुए और गगन को शुभकामनाएं दी।

Related Articles

Back to top button