बिहारराज्य

ये कैसा ऑपरेशन? बिना बेहोश किए महिलाओं को डॉक्टर लगाते रहे चीरे, तड़पती महिलाओं की ‘यूं’ की नसबंदी

नई दिल्ली: देश में अब भी कुछ ऐसी जगहें है जहां स्वास्थ्य सेवाएं अच्छी नहीं है। इन्ही में से एक है बिहार जहां आज भी स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर कई बड़े सवाल खड़े हुए हैं। आपको बता दें कि यह दर्दनाक मामला मामला खगड़िया जिले का है जहां डॉक्टरों की लापरवाही इस कदर देखने को मिली जिसे सुनकर हर की के होश उड़ गए। दरअसल हुआ यह कि खगड़िया जिले में कुछ महिलाएं नसबंदी के लिए अस्पताल पहुंची थी लेकिन डॉक्टर ने जिस तरह से महिलाओं को ट्रीट किया वह बेहद लापरवाही थी। जी हां हम सब जानते है जब कोई ऑपरेशन किया जाता है तो पहले उस मरीज को बेहोश किया जाता है उसके बाद में ऑपरेशन की प्रक्रिया शुरू की जाती है।लेकिन इन महिलाओं का नसबंदी का ऑपरेशन बगैर बेहोश किये ही कर दिया है, जो वास्तव में चौंकाने वाला है। आइए जानते है पूरी खबर…

बिना बेहोश किए ऑपरेशन
आपको बता दें कि इस नसबंदी के ऑपरेशन के दौरान महिलायें चीखती और चिल्लाती रही लेकिन न तो उनको बेहोश किया गया और न ही कोई दर्द को रोकने वाली दवा दी गई। इस तरह बड़ी बर्बरता के साथ उनका नसबंदी का ऑपरेशन किया गया। आपको बता दें कि यह चौंकाने वाली घटना खगड़िया जिले के अलौली प्रखंड के पीएचसी की है जहां की डॉक्टर गुल सनोवर पर ये संगीन आरोप लगे हैं। जी हां नसबंदी करने के लिए पहुंची महिलाओं का आरोप है कि उनको बिना बेहोश किए ही ऑपरेशन कर दिया गया। चीरा लगाने के दौरान कई महिलाएं दर्द से तड़पती रही लेकिन डॉक्टर लापरवाही की हद को पार करते हुए चीरा लगाते रहे, इससे महिलाएं काफी तड़पती रही।

पीड़ित महिलायों ने बतया…
नसबंदी का ऑपरेशन कराने आई महिला कुमारी प्रतिमा के मुताबिक, डॉक्टर से जब पूछा गया कि बिना सूई दिए ऑपरेशन क्यों कर रहे हैं, तो डॉक्टर ने कहा कि ऑपरेशन के बाद सुई दी जाएगी। उसके बाद हम जोर से चिल्लाने लगे, तब पैर-हाथ पकड़कर मेरा ऑपरेशन कर दिया गया। अस्पताल में फैमिली प्लानिंग के ऑपरेशन को लेकर विशेष शिविर लगाया गया जिसमें 23 महिलाओं का ऑपरेशन बिना सुई और बेहोशी के ही कर दिया गया। सभी ने इसको लेकर ऐतराज जताया लेकिन किसी की नहीं सुनी गई और सभी का बिना बेहोशी और सुई के ही ऑपरेशन कर दिया गया।

डॉक्टरों की क्रूरता….
ऐसे में अब पूरी घटना की जानकारी मिलने के बाद खगड़िया के सिविल सर्जन अमरनाथ झा ने कहा कि उनको जैसे ही सूचना मिली उन्होंने इस मामले में पीएचसी प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा है। उनका कहना है कि यदि ऐसा हुआ हो तो जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। चार दिन पूर्व भी खगड़िया के परबता पीएचसी में नसबंदी कराने पहुंची महिलाओं को सूई दिया गया और फिर भेड़ बकरी की तरह एक रूम में ही जमीन पर सुला दिया गया था। फ़िलहाल यह मामला चर्चा में है और इस खबर को पढ़कर हर किसी के होश उड़ रहे है।

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