जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव 2021: BJP का पलड़ा भारी, अखिलेश यादव ने पार्टी के 11 जिलाध्यक्षों को हटाया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में चुनाव मे आज सत्ताधारी भाजपा और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की जबरदस्त टक्कर देखने को मिली। कई जिलों में नामांकन के दौरान टकराव के माहौल के बीच नामांकन पत्र दाखिल किए गए।
कई जिलों में भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान किसी अन्य प्रत्याशी की तरफ से पर्चा दाखिल न होने तथा पर्चा खारिज होने के कारण उनका निर्विरोध चुना जाना तय है। वहीं समाजवादी पार्टी ने ऐसे सभी 11 जिलों के पार्टी अध्यक्षों को बर्खास्त कर दिया है। पार्टी का मानना है कि इन सभी जिलाध्यक्षों ने पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर काम किया।
उधर आज पूरे दिन चली इस गहमागहमी के बीच देर शाम समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा ने धोखाधड़ी और धांधली से पंचायती राज के चुनावों में अलोकतांत्रिक आचरण का परिचय दिया है। उन्होंने कहाकि भाजपा सरकार लोकतंत्र में जनादेश की उपेक्षा का गम्भीर अपराध कर रही है। उसने लोकलाज भी त्याग दिया है। पंचायती चुनावों के नतीजों से संकेत मिल चुका है कि ऊंट किस करवट बैठेगा?
समाजवादी पार्टी ने जिलाध्यक्षों को हटाया है उनमें गोरखपुर, मुरादाबाद, झांसी, आगरा, गौतमबुद्व नगर, मऊ, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदेही, गोण्डा और ललितपुर के जिलाध्यक्ष शामिल हैं। वहीं आज हुए नामांकन के दौरान जौनपुर, मऊ, गोरखपुर, गोण्डा, बलरामपुर, श्रावस्ती, गाजियाबाद, गौतमबुद्व नगर, मेरठ, अमरोहा, मुरादाबाद, आगरा, इटावा, बांदा, चित्रकूट, ललितपुर तथा झांसी में अन्य प्रत्याशियों के पर्चा खारिज होने के बाद बचे एक प्रत्याशी का निर्विरोध चुना जाना तय है।