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अब NIA करेगी भरूच के BJP नेताओं के हत्याकांड की जांच

murder_case_1448690461अहमदाबाद। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) दोहरे भरूच हत्याकांड की जांच को तैयार हो गई है। केन्द्रीय एजेंसी ने गुजरात पुलिस को मामला हाथ में लेने की विधिवत सूचना दे दी है। एक सप्ताह पहले गुजरात पुलिस ने केन्द्रीय एजेंसी से संपर्क साधा था। सप्ताह भर के मौन के बाद शुक्रवार को एनआईए ने जवाब भेजा। संभवत: एनआईए की टीम सोमवार तक गुजरात पहुंच कर मामले की जांच में जुट जाएगी। गांधीनगर पहुंच कर ये दस्ता जांच के कागजात-जरूरी अन्य दस्तावेज एवं पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर जांच शुरू करेगी।
 
गुजरात पुलिस का आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) मामले की जांच कर रहा है। सात से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर चुका है। मामले में ‘डी’ गैंग का कनैक्शन और कॉन्ट्रैक्ट किलिंग की बात सामने आने पर गुजरात पुलिस ने मामले की जांच एनआईए के सुपुर्द करने की पहल की थी। दक्षिण अफ्रीका में छुपे जावेद चिकना नामक माफिया डान द्वारा चार भाजपा नेताओं की 50 लाख रुपए में सुपारी लेने का खुलासा एटीएस जांच में हुआ है। मामले में अंडरवर्ल्ड और कांट्रैक्ट किलिंग की बात सहित पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच एनआईए के सुपुर्द करने का फैसला किया गया ताकि निष्पक्ष जांच हो।
 
दंगों की वजह से हुआ मर्डर:
भट्ट के मुताबिक, मुंबई और गुजरात में हुए दंगों का बदला लेने के लिए बीजेपी नेताओं की हत्या की गई। भट्ट ने कहा, “जिन लोगों ने इन दो नेताओं का मर्डर किया, उनके टारगेट पर तीन और लोग भी थे।” हालांकि, भट्ट ने इन लोगों के नाम बताने से इनकार कर दिया। भट्ट ने कहा कि जिन तीन लोगों के नाम इन लोगों की टारगेट लिस्ट में हैं, उन लोगों की सिक्युरिटी बढ़ा दी गई है।
 
जावेद चिकना ने दी ‘सुपारी’:
भट्ट के मुताबिक, “शिरीष बंगाली और प्रज्ञेष के अलावा तीन और लोगों को मारने की सुपारी (कॉन्ट्रैक्ट) साउथ अफ्रीका में रह रहे जावेद चिकना ने दी थी। शिरीष और प्रज्ञेष की हत्या के लिए 50 लाख रुपए दिए गए थे।” शूटर्स को पांच लाख रुपए का पेमेंट किया जा चुका है।
 
दो नवंबर को हुई थी वारदात:
शिरिष बंगाली एवं प्रज्ञेश मिस्त्री की दो नवंबर को शॉर्प शूटरों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी।

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