उद्घाटन के वक्त पीएम ने उसकी पूजा-अर्चना की। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी, गुजरात के सीएम विजय रूपानी सहित प्रमुख लोग मौजूद थे।
#Gujarat: PM Modi reviews construction work of Statue of Unity in Kevadia pic.twitter.com/j4DGu9jujh
— ANI (@ANI) September 17, 2017
ये दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा और देश का सबसे ऊंचा बांध है। बता दें कि इसके बन जाने के बाद देश के चार राज्यों को इसका फायदा मिलेगा। इनमें गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र शामिल हैं। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 5 अप्रैल 1961 को इस बांध की आधारशिला रखी थी। हालांकि इसे बनने में 56 साल लग गए।
पीएम मोदी इस उद्घाटन के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल की साधु बेट में बन रही 182 मीटर लंबी प्रतिमा का जायजा लेने भी जाएंगे। इसके अलावा वे नर्मदा महोत्सव के समापन समारोह में शामिल होंगे और दभोई में ही लोगों को संबोधित भी करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि इस समारोह में करीब 1.5 लाख लोग मौजूद रहेंगे।
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Gujarat: Visuals of the #SardarSarovarDam pic.twitter.com/sec9ZZEAT2
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Gujarat: PM Modi to inaugurate #SardarSarovarDam shortly pic.twitter.com/MXK8Tpga5v
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इससे पहले खराब मौसम के चलते पीएम मोदी का हेलीकॉप्टर केवाड़िया में उतर नहीं पाया। जिसके चलते हेलीकॉप्टर को दाभोई में लैंड कराना पड़ा। पीएम मोदी यहां से सड़क के रास्ते से केवड़िया पहुंचे।
Gujarat: Due to unfavorable weather in Kevadia PM Narendra Modi's chopper has landed in Dabhoi.
— ANI (@ANI) September 17, 2017
पीएम मोदी ने शनिवार को अपने ट्वीट में कहा था, ‘रविवार को सरदार सरोवर बांध राष्ट्र को समर्पित होगा। इस परियोजना से लाखों किसानों को फायदा होगा और यह लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगा।’
साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव को देखते हुए भी पीएम की यह यात्रा महत्वपूर्ण है। एक सप्ताह के भीतर पीएम की यह दूसरी गुजरात यात्रा है। इससे पहले पीएम 14 सितंबर को बुलेट ट्रेन परियोजना की शुरुआत के लिए जापानी पीएम शिंजो अबे के साथ यहां मौजूद थे।
साथ ही प्रधानमंत्री बांध के समीप ही बन रही सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशालकाय प्रतिमा ‘स्टेचू आफ यूनिटी’ के निर्माण में हुई प्रगति का जायजा भी लेंगे। यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बनने जा रही है। पीएम इसके बाद नर्मदा महोत्सव के समापन कार्यक्रम और दाभोई की रैली में भी शामिल होंगे।
- -1961 में भारत के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने बांध की नींव रखी थी।
- – 56 सालों के लंबे इंतजार के बाद तैयार हुआ बांध
- – भारत का सबसे बड़ा और दूुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है।
- – इस बांध से चार राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान के लोगों को मिलेगा लाभ
- -बांध की ऊंचाई 138.68 मीटर और लंबाई 1210 मीटर है
- – बांध की क्षमता 4.73 मिलियन क्यूसेक पानी की है
- – यह 86.2 लाख क्यूबिक मीटर कंक्रीट से बनकर तैयार हुआ है
- -इतने कंक्रीट में पृथ्वी से चांद तक सड़क बनाई जा सकती है(अनुमान)
- – बांध से 6 हजार मेगावाट बिजली पैदा होगी, जिसका 57 फीसदी हिस्सा मध्यप्रदेश को, 27 फीसदी हिस्सा महाराष्ट्र को और 16 फीसदी हिस्सा गुजरात को मिलेगा।
- -बांध में कुल 30 दरवाजे मौजूद हैं