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इतिहास रचने की दहलीज पर सानिया मिर्जा, ओलंपिक में ऐसा करने वाली बनेंगी पहली भारतीय महिला

सानिया मिर्जा की टेनिस कोर्ट पर वापसी हो चुकी है। उन्हें अगले महीने से टोक्यो में होने वाले ओलंपिक गेम्स में हिस्सा लेना है। टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेते ही सानिया मिर्जा इतिहास रच डालेंगी। भारत की ओर से वह पहली ऐसी महिला होंगी, जिन्होंने चार ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया हो। 34 वर्षीय सानिया ओलंपिक गेम्स के लिए तैयार हैं, उन्होंने कहा कि वह इस बारे में बिल्कुल नहीं सोचती हैं कि वह कब तक खेलना जारी रखेंगी।

सानिया ने कहा, ‘मेरा बहुत ही शानदार करियर रहा है। यह बस अपने आप में विश्वास करने और अपनी क्षमताओं में विश्वास करने की बात है। मैं अभी थर्टीज में हूं और मैं इस बारे में बिलकुल भी नहीं सोचती कि मैं कब तक खेलूंगी। यह बस हर दिन की बात है। मैं इसे लेकर फ्यूचर के बारे में ज्यादा नहीं सोचती।’ अपने पहले बच्चे इजहान को 2018 में जन्म देने के बाद सानिया ने पिछले साल जनवरी में जीत के साथ वापसी की थी जब उन्होंने होबार्ट इंटरनेशनल डब्लूटीए टूर्नामेंट जीता था। उनके लिए आने वाला समर काफी व्यस्त रहेगा क्योंकि उन्हें विम्बलडन और ओलंपिक्स में हिस्सा लेना है।

सानिया ने कहा, ‘मुझे कोर्ट पर काफी काम करना पड़ रहा है, लेकिन मैं मैदान के बाहर भी ट्रेनिंग कर रही हूं मैं कोर्ट पर शार्प और ताकतवर रहने के लिए काफी मूवमेंट्स और गतिविधियों पर काम कर रही हूं।’ भारतीय खिलाड़ी अपने ग्रासकोर्ट सीजन की शुरुआत इस सप्ताह ईस्टबॉर्न में डब्लूटीए इवेंट से करेंगी और उन्हें अपने रिकॉर्ड चौथे ओलंपिक्स का इंतजार है। सानिया ने 2016 में पिछले रियो ओलंपिक्स में मिक्स्ड डबल्स इवेंट में रोहन बोपन्ना के साथ चौथा स्थान हासिल किया था।

सानिया ने कहा, ‘यह मेरे जीवन का सबसे निराशाजनक पल था कि मैं मेडल के इतने पास आकर भी इसे जीत नहीं पाी।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे अब ओलंपिक्स में देश की तरफ से उतरने का इंतजार है। मुझे भारत की तरफ से खेलना बहुत पसंद है। चाहे मैं जहां भी खेलूं लेकिन ओलंपिक्स में देश के लिए खेलना मेरे लिए क्या सभी एथलीटों के लिए बड़े गर्व की बात है। मुझे बताया गया है कि मैं जब ओलम्पिक में उतरूंगी तो मैं किसी महिला द्वारा किसी और के साथ टीम बनाकर सबसे ज्यादा ओलम्पिक खेलने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन जाऊंगी। मैं ओलम्पिक में उतरने के लिए आभारी हूं और मुझे अगले ओलम्पिक में उतरने का इंतजार है।’

सानिया अपनी नौंवीं वर्ल्ड रैंकिंग के साथ ओलंपिक्स में उतरेंगी। सानिया ने 2008 बीजिंग ओलम्पिक में सुनीता राव के साथ, 2012 लंदन में रश्मि चक्रवर्ती के साथ और 2016 रियो में प्रार्थना थोंबरे के साथ जोड़ी बनाई थी। वह टोक्यो में अंकिता रैना के साथ उतरेंगी जो वर्ल्ड डबल रैंकिंग में 95 वें स्थान के साथ भारत की शीर्ष रैंकिंग की युगल खिलाड़ी हैं। अंकिता के लिए सानिया ने कहा, ‘अंकिता कड़ी मेहनत करने वाली ईमानदार लड़की है उन्होंने बिली जीन किंग कप से पहले मेरे साथ कुछ समय गुजारा था।’ सानिया ने भारतीय महिला टीम को पहली बार बिली जीन किंग कप के प्ले ऑफ में पहुंचने में मदद की थी।

सानिया ने कहा, ‘जब मैं पहली बार अंकिता से मिली थी तब वह 14 या 15 साल की थी। वह बहुत अनुशासित थी जो उसकी सबसे बड़ी ताकत है। मैं कभी ओलंपिक्स में ऐसी किसी महिला भारतीय खिलाड़ी के साथ नहीं उतरी हूं जो दुनिया में टॉप 100 के अंदर हो। इसलिए ऐसी खिलाड़ी के साथ खेलना अच्छा लगता है जो टूर में नियमित आधार पर खेल रही हो। उसे अभी लम्बा सफर तय करना है लेकिन वह कम से कम हर सप्ताह खेल रही है और इस स्तर को समझती है।’ चोट की आशंकाओं और कोरोना महामारी के कारण सानिया ने 2020 में वापसी करने के बाद से कम ही मैच खेले हैं। सानिया ने इस साल तीन ही टूर्नामेंट कतर ओपन, दुबई ओपन और ईस्टबॉर्न डब्लूटीए ही खेले हैं।

 

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