पणजी : गोवा जाने वाले उत्तर भारतीय पर्यटकों को कथित रूप से पृथ्वी का मैल कहकर विवाद खड़ा करने के बाद शहरी नियोजन मंत्री विजय सरदेसाई ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। शनिवार को उन्होंने कहा कि राज्य में आने वाली सभी एयरलाइनों का कोंकणी भाषा में अनाउंसमेंट होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता तो उन्हें गोवा की जमीन पर लैंड नहीं करने दिया जाएगा। विजय सरदेसाई गोवा में बीजेपी के गठबंधन वाली पार्टी गोवा फारवर्ड पार्टी (जीएफपी) के अध्यक्ष हैं। वह मनोहर पर्रिकर सरकार के मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि गोवा सिर्फ पर्यटन स्थल नहीं है। उन्होंने कहा, अगर गोवा एयरपोर्ट आने वाली फ्लाइटों का अनाउंसमेंट कोंकणी भाषा में नहीं हुआ तो उन सभी विमानों को रोक दिया जाना चाहिए। हमें सबसे पहले अपनी भाषा को प्राथमिकता देनी चाहिए। विजय सरदेसाई ने कहा कि कोंकणी भाषा गोवा के लोगों को एकजुट करने की सूत्रधार है। उन्होंने अपनी पार्टी के यूथ विंग से कहा है कि वे इस मुद्दे को उठाएं। मंत्री ने कहा, गोवा हवाई अड्डे पर कोंकणी भाषा में निर्देश देने वाला कोई बोर्ड तक नहीं लगा है।
कोंकणी भाषा में कोई अनाउंसमेंट नहीं किया जाता है। क्या गोवा एयरपोर्ट सिर्फ पर्यटकों के लिए है? उन्होंने कहा, गोवा एयरपोर्ट पर कोंकणी भाषा का प्रयोग जरूर होना चाहिए। मैं यह नहीं कह रहा कि गोवा एयरपोर्ट पर हिंदी या अंग्रेजी भाषा में अनाउंसमेंट बंद कर दिया जाए। मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि हिंदी और अंग्रेजी के साथ ही कोंकणी भाषा में भी अनाउंसमेंट हो। इससे पहले फरवरी में विजय सरदेसाई ने विवादित बयान दिया था। गोवा में उत्तर भारतीय पर्यटकों के जाने पर उन्होंने कहा था कि वे लोग प्रदेश के लिए मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। ये पर्यटक गोवा को गुडग़ांव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने उत्तर भारतीयों को धरती पर गंदगी तक करार दिया था।
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