जस्टिस चांदीवाल कमेटी ने मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर लगाया 25 हजार का जुर्माना
मुंबई: मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परम बीर सिंह पर जस्टिस केयू चांदीवाल कमेटी ने 25,000 रुपए का जुर्माना लगाया है। परम बीर सिंह पर सुनवाई के लिए पेश नहीं होने के चलते ये जुर्माना लगाया गया है। जस्टिस केयू चांदीवाल की एक सदस्यीय कमेटी परम बीर सिंह की ओर से राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही है। इस समिति का गठन महाराष्ट्र सरकार ने किया है।
बताया गया है कि कई कई बार बुलाने के बावजूद जांच कमेटी के सामने पेश नहीं होने पर सिंह पर ये जुर्माना लगा है। कमेटी ने परमबीर को भेजे समन में कहा है कि वो जुर्माने की राशि यानी 25 हजार रुपए अगले तीन दिन में मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराएं और इसकी जानकारी कमेटी को दें। साथ ही कमेटी ने उनको फटकार लगाते हुए अब 25 अगस्त को उनके सामने पेश होने को कहा है। कमेटी ने तीन महीने के भीतर दूसरी बार परम बीर सिंह पर जुर्माना लगाया है। इससे पहले जून में कमेटी आयोग ने समन के बावजूद पेश नहीं होने पर उन पर पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया था।
परम बीर सिंह ने देशमुख पर लगाए थे आरोप
इस साल मार्च में महाराष्ट्र सरकार ने परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस आयुक्त पद से हटाते हुए होम गार्ड में तबादल कर दिया था। इसके कुछ दिन बाद उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजे एक पत्र में उस समय के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। सिंह ने कहा था कि देशमुख ने पुलिस अफसरों को मुंबई से 100 करोड़ की वसूली का लक्ष्य दिया था।
इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने 30 मार्च को इन आरोपों की जांच के लिए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) कैलाश उत्तमचंद चांदीवाल के एक सदस्यीय आयोग का गठन किया था। इन आरोपों के बाद देशमुख ने पद से इस्तीपा दे दिया था। बता दें कि इस मामले की जांच सीबीआई और ईडी भी कर रही है।