डॉक्टरों की हड़ताल: एम्स में पहले से तय 800 ऑपरेशन टले, क्या फिर लेनी पड़ेगी नई डेट…
यूपी के बुलंदशहर निवासी विकास यादव हर माह अपनी बेटी को लेकर एम्स आते हैं। इनकी बेटी के दिल में छेद है और उसके दिल का ऑपरेशन करना है। लेकिन पिछले तीन दिन से एम्स में चल रही डॉक्टरों की हड़ताल के कारण उन्हें बेटी का ऑपरेशन कराए बगैर घर वापस जाना पड़ा। इन्हें नहीं पता कि दोबारा कब आकर ऑपरेशन कराएं। विकास यादव ने फोन पर बताया कि शुक्रवार को उनकी बेटी का ऑपरेशन होना था। एम्स पहुंचे तो वहां सुरक्षा गार्डों ने अंदर ही नहीं जाने दिया। इमरजेंसी में मौजूद एकमात्र डॉक्टर को उन्हें ऑपरेशन की जानकारी दी तो उसने कहा कि जब तक हड़ताल चलेगी ऑपरेशन नहीं होगा।
जब हड़ताल खत्म हो जाए तब आकर ऑपरेशन की नई तारीख लेना। ठीक ऐसा ही हाल 34 वर्षीय सुबोध का था। बिहार के मुंगेर निवासी सुबोध अपने पिता के ब्रेन का ऑपरेशन कराने के लिए एम्स के रोज धक्के खा रहे हैं।
बीते मंगलवार को डॉक्टरों ने उन्हें ऑपरेशन होने की बात कहते हुए बृहस्पतिवार को बुलाया था। लेकिन डॉक्टरों की हड़ताल के कारण ये हर दिन एम्स डेट लेने के लिए आ रहे हैं। शनिवार को भी सुबोध डॉक्टरों से मिले तो उन्होंने हड़ताल के बाद आने को कहा।
सुबोध और विकास यादव की तरह करीब 800 ऐसे केस हैं, जिनके मरीज को पिछले तीन दिन में एम्स के विविध विभागों में ऑपरेशन होने वाले थे, लेकिन हड़ताल के कारण हुए नहीं।
एम्स से प्राप्त जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार से लेकर शनिवार तक एम्स में करीब 2 हजार ऑपरेशन प्रभावित हुए हैं। इन्हीं में करीब 800 ऑपरेशन पहले से तय थे।
हालांकि जिन मरीजों के ऑपरेशन टाले गए हैं, उन्हें कब आकर डेट मिलेगी? क्या उन्हें वापस से फिर लंबी डेट का इंतजार करना पड़ेगा? इन सवालों पर फिलहाल एम्स प्रबंधन भी जवाब देने से बच रहा है।
नाम न छापने की शर्त पर एम्स प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल सरकार का दबाव काफी बढ़ चुका है। इसलिए पूरा फोकस हड़ताल खत्म कराने का है। इसके बाद टाले गए ऑपरेशन के बारे में देखा जाएगा।