सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाते हुए बस्सी ने कहा कि इतने महत्वपूर्ण दिन इस तरह के प्रोग्राम का आयोजन करने से पहले पुलिस से किसी तरह की बात नहीं की गई।
इतना ही नहीं इस तरह के प्रोग्राम में सबसे पहले ट्रेफिक पुलिस को शामिल किया जाना चाहिए था, लेकिन उनसे भी कोई बातचीत नहीं की गई।
उनका कहना है कि त्योहार वाले दिन किसी मुख्य सड़क पर इस तरह के इवेंट का आयोजन करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। छुट्टी वाले दिन लोग त्योहार मनाने के लिए काफी संख्या में अपने परिवारों के साथ घरोंं से बाहर निकलते हैं
बस्सी का कहना है कि लाल किले से लेकर इंडिया गेट तक कई मुख्य रेडलाइट, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के अलावा मीडिया हाउस पड़ते हैं।
ऐसे में जजों के अलावा अन्य लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। मुख्य रेडलाइट का ट्रेफिक दूसरी सड़क डायवर्ट करने से वहां की ट्रेफिक व्यवस्था चरमरा सकती है। वैसे भी दशहरे वाले दिन इस रोड पर सबसे ज्यादा वीवीआईपी मूवमेंट होती है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए पुलिस को ज्यादा इंतजाम करने पड़ते हैं।