महबूबा मुफ्ती: कौन देता है बच्चों को पत्थर फैंकने की अनुमति
श्रीनगर : पीडीपी और भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन वाली राज्य सरकार की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में उपजी हिंसा को लेकर कहा कि जो भी लोग हिंसा कर रहे हैं उन्हें बक्शा नहीं जाएगा। ऐसे करीब 5 प्रतिशत लोग हैं जो अशांति के जिए जवाबदार हैं। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को पत्थरबाजी करने के लिए उकसाया गया। इतना ही नहीं घाटी में हिंसा भड़काने के प्रयास होते रहे मगर अब इस तरह की बातें बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसे रोकने के हर तरह के प्रयास हो रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वे जम्हूरियत, कश्मीरियत और इंसानियत पर बात करने आए हें। उन्होंने कहा कि कश्मीर के मसले पर हर पार्टी से अच्छी चर्चा हुई है। उन्होंने अपील की कि कश्मीर के निवासी नौजवानों के भविष्य के साथ कोई भी खिलवाड़ न करे। जिन बच्चों के हाथों में कलम और किताब होना चाहिए आखिर वे कौन लोग हैं जो उन्हें पत्थर फैंकने की अनुमति देते हैं।
क्या उन बच्चों की परिस्थिति बनाने के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। कश्मीर को जहन्नुम नहीं बनने देंगे। जब कोई मरता है तो दुख होता है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत का भविष्य बनाने के लिए कश्मीर का भविष्य बनाना होगा। उन्हों अपील की कि इस तरह के प्रयास न हो जिससे काश्मीर में हिंसा भड़के। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस मामले में कमेटी का गठन किया है।
इसे दो माह में अपनी रिपोर्ट देना है मगर यह डेढ़ माह में ही जानकारी दे रही है। अब कुछ ही दिनों में हम विकल्प भी सामने रखेंगे। उन्होंने पैलेट गन के उपयोग पर कहा कि पहले लगा कि इसका उपयोग हिंसा में नहीं होगा मगर आज यह महसूस हो रहा है कि इसका उपयोग सही तरह से हो इसके लिए कमेटी बना दी गई है। उन्होंने कहा कि देश के किसी भी भाग में रहने और अध्ययन करने वाले काश्मीरी का मान-सम्मान करना भारत के हर नौजवान की जवाबदारी है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल भी हिंसा के हालातों के दौरान संयम बरतें।