मेडिकल कॉलेजो मे शवो की जरूरत से मुक्ति करने के लिए तैयार किया गया डिजिटल शव तैयार
मेडिकल कॉलेजो मे सर्जरी सीखने के लिए शवो के दान की हमेशा से ही कमी रही है। अब इस कमी को दूर करने के लिए, फ्रांस के माउंट पालीयर विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने थ्री डी-स्कैनर्स के साथ ‘वर्चुअल बॉडी’ स्क्रॉल कॉर्ड विकसित किया है।
इस डिजिटल शरीर को बार-बार देखा जा सकता है और नीम डोस्त्रताजी निसार (स्केलपेल) से शरीर सर्जरी प्राप्त कर सकता है। इसे बनाने की जरूरत यूं पेश आई कि पूरी दुनिया में सर्जिकल के लिए लाशों के दान की गंभीर कमी है। नए डॉक्टर सर्जरी और अनुभव से खाली हैं और कुछ मेडिकल कॉलेजों में एक भी शव मौजूद नही है और दुनिया के कुछ देश ऐसे भी हैं जहां शवों के अपमान के कारण उनके चीड़ फाड़ की अनुमति नहीं दी जाती।
इस प्रणाली ने माउंट पालीयर विश्वविद्यालय के डॉ. गैलम कैपिटोरियन के डॉक्टरों की टीम द्वारा विकसित किया है। पहले चरण में, उन्होंने गर्दन और पेलो (प्लॉय) स्थानों में परिधीय सर्जरी की सुविधा प्रदान की है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मानव शरीर बहुत जटिल है और पूरे शरीर डाइविंग सिस्टम बनाने में बहुत सारी कठिनाइयां हैं।
डॉ गेलम और उनके सहायक ने असली शव की सर्जरी की है और उसकी परत दर परत उतार कर आधुनिक स्कैनर से कंप्यूटर की गुणवत्ता से सुरक्षित रखा है। अब आभासी नर्स के साथ, यह सर्जरी हो सकती है, लेकिन यह डॉक्टरों और लोगों को सौ डॉक्टरों को सटीक जानकारी देती है और वे अधिक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
अगले चरण में, पूरे शरीर के हिस्सों का एक पूर्ण डी-डाटाबेस बनाया जाएगा और किसी भी ऑपरेशन से पहले इसका अभ्यास किया जाएगा।