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केरल में बारिश से 4000 लोग बेघर, स्कूल, ऑफिस सब बंद, 26 की मौत

केरला के कोच्चि के इरनाकुलम जिले में बाढ़ का कहर शुक्रवार को भी जारी है। इडुक्की जलाशय के चौथे दरवाजे को खोलने के बाद पेरियार नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि इरनाकुलम जिला लगभग डूब गया है। इसी वजह से अधिकारियों ने स्कूल और दफ्तर बंद करने के आदेश दिए हैं। जलस्तर बढ़ने की वजह से कोच्चि एयरपोर्ट के डूबने की आशंका भी जताई जा रही है।

जलाशय का पानी जो जिले से 130 किलोमीटर की दूरी पर है उसने पहले ही शहर के निचले इलाकों के लिए खतरा पैदा कर दिया है। इरनाकुलम के जिला कलेक्टर मोहम्मद सफीरुल्ला ने कहा, ‘हम हाई अलर्ट पर हैं। निचले इलाकों में रह रहे कम से कम 4000 लोगों को राहत एवं बचाव कैंप में भेज दिया गया है। हमने प्रभावित इलाकों के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया है।’

पेरियार, जो भारतपुझा के बाद राज्य की दूसरी सबसे बड़ी नदी है, उसका उद्गम पश्चिमी घाट से होता है। यह कोच्चि के भारी जनसंख्या वाले इलाकों से होती हुई अरब सागर में गिर जाती है। प्राधिकारी कोच्ची को लेकर चिंतित हैं। अधिकारियों ने लगातार जलस्तर बढ़ने की वजह से इरनाकुलम और थ्रिसूर जिले के सभी स्कूल, कॉलेज बंद करने का फैसला लिया है। 

जल विद्युत परियोजनाओं के अलावा यह नदी कोच्चि सहित बहुत से क्षेत्रों के लिए पीने के पानी का मुख्य स्रोत भी है। राज्य के राजस्व मंत्री ई चंद्रशेखरन ने कहा, पानी हटाने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। हमारी टीम अपना काम कर रही है यदि जरुरत पड़ी तो हम सेना की मदद लेंगे। भारी बारिश की वजह से बहुत सी नदियां उफान पर हैं। राज्य के सभी 24 बांधों को अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए खोल दिया गया है।

भारी बारिश के बाद अब तक कम से कम 26 लोगों की मौत हो चुकी है और बहुत से लोग गायब हैं। सरकार द्वारा मदद मांगने के बाद भारतीय नौसेना की चार टीमें और एक सी किंग हेलिकॉप्टर वायानाड में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए पहुंच चुके हैं। भारतीय सेना के 200 जवान अयानकुलु, इडुक्की और वायनाड में तैनात हैं जबकि 150 जवान कोझिकोड और मल्लापुरम की ओर भेजे गए हैं। बारिश और भूस्खलन की वजह से वायनाड और इडुक्की में भारी नुकसान हुआ है।

केंद्र ने शुक्रवार को केरल सरकार को बारिश एवं बाढ़ के मद्देनजर राहत और बचाव अभियान में हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। प्रदेश में बारिश और बाढ़ के कारण अबतक 26 लोगों की जान जा चुकी है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान यह आश्वासन दिया।

सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन के साथ सूबे में पैदा हुए बाढ़ की समस्या पर चर्चा की। मैने केंद्र की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन राज्य सरकार को दिया है। राहत और बचाव कार्य जारी है । गृह मंत्रालय नजदीक से बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए हुए है।’ दक्षिण पश्चिम मानूसन का केरल पर जबरदस्त असर है और इसके परिणामस्वरूप पिछले दो दिन से राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है।

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