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ट्राई के नये नियम लागू होने के बाद 25 फीसदी बढ़ गया टीवी उपभोक्ताओं का बिल

1 फरवरी से आपका टीवी देखना महंगा हो गया है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद केबल टीवी और डीटीएच कंपनियों को नए नियमों के तहत प्रत्येक चैनल का पैसा कर दिया है। हालांकि ट्राई का कहना था कि 1 फरवरी से टीवी देखना सस्ता हो जाएगा, लेकिन बाजार एक्सपर्ट का मानना है कि इससे टीवी देखना और महंगा हो गया है।

ट्राई के नये नियम लागू होने के बाद 25 फीसदी बढ़ गया टीवी उपभोक्ताओं का बिलट्राई का दावा नहीं है सच्चा

क्रिसिल के द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार ट्राई का दावा इसलिए सच्चा नहीं है, क्योंकि इसमें पेड चैनलों का जिक्र नहीं है। हर ब्रॉडकास्टर ने अपने चैनलों का अलग से बुके तैयार किया है। इनमें पे और एचडी चैनल भी शामिल हैं।

इन चैनलों को देखने के लिए लोगों को ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ रहा है। स्टार प्लस, सोनी, जी, एंड टीवी, कलर्स आदि चैनल पे कैटेगिरी में आते हैं। अगर आप एसडी के साथ एचडी चैनल देखना चाहते हैं तो फिर उनका पैसा अलग से देना होगा।

230 का बिल 300 रुपये पहुंचा

पुरानी कीमतों से तुलना करने पर 10 चैनल सब्सक्राइब करने वाले उपभोक्ताओं का बिल मौजूदा 230-240 रुपये की तुलना में 25 फीसदी तक बढ़कर 300 रुपये प्रति माह पर पहुंच गया है।

दो टीवी के लिए 2 कनेक्शन

आपके घर में जितने टीवी हैं, उतने नए कनेक्शन आपको लेने पड़ेंगे।  हालांकि जिन लोगों ने लंबे समय के लिए चैनल पैकेज ले रखा है उनको ट्राई ने बड़ी राहत दी है।

पहले यह था नियम

इस नियम के लागू होने से पहले जिन घरों में एक से ज्यादा केबल कनेक्शन हैं, उनको केवल अलग से सेट टॉप बॉक्स लगवाना पड़ता था। एक ही प्लान लेकर के आप दो-तीन टीवी चला सकते थे। लेकिन नये नियमों के लागू होने के बाद अब लोगों को अपने घर या फिर अन्य जगह पर लगे टीवी के लिए अलग-अलग कनेक्शन और  पैकेज लेना पड़ रहा है। इससे ऐसे लोगों की जेब पर ज्यादा बोझ पड़ेगा।

लंबे पैकेज लिए लोगों को मिली राहत

हालांकि ट्राई ने फिलहाल उन लोगों को बड़ी राहत दी है जिन्होंने 3, 6, 9 12 महीने का पैकेज लिया है। ऐसे लोगों का प्लान समाप्ति तक ऐसे ही चलता रहेगा, जैसा अभी चल रहा है। जब यह प्लान समाप्त हो जाएगा, उसके बाद उनको 1 फरवरी से लागू हुए नए नियमों के तहत पैसा देना होगा। हालांकि ट्राई ने कहा है कि यह पूरी तरह से ग्राहक पर निर्भर करेगा कि वो फिलहाल अपने चल रहे प्लान को आगे बढ़ाना चाहता है या फिर 1 फरवरी से  लागू हुए नये नियम के तहत चैनल देखना चाहता है।

प्राइम, नेटफ्लिक्स जैसे को मिलेगा फायदा

क्रिसिल का मानना है कि 1 फरवरी से प्रभाव में आए इन नियमों से पापुलर चैनलों को फायदा होगा और ‘ओवर द टॉप’ सर्विसेज जैसे नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार आदि की तरफ लोगों का रुझान बढ़ेगा।  इससे ब्रॉडकॉस्टर्स इंडस्ट्री में एकीकरण और विलय को भी बढ़ावा मिलेगा क्योंकि अब प्रोग्राम की क्वालिटी ही मायने रखेगी।

टीवी देखने के लिए ज्यादा पैसा नहीं करेंगे खर्च

जो चैनल पहले फ्री टू एयर थे उनके लिए भी अब उपभोक्ता को 130 रुपये प्रति माह जीएसटी के साथ देने होंगे। वहीं एक एचडी चैनल देखने के लिए उपभोक्ता को दो एसडी चैनलों के बराबर भुगतान करना होगा। इससे दर्शक आगे चलकर चैनलों की संख्या घटा सकते हैं, क्योंकि कोई भी व्यक्ति टीवी पर ज्यादा पैसा खर्च नहीं करना चाहता है।

100 चैनलों में केवल एफटीए शामिल

यहां एक बात और गौर करने की है जिन 100 चैनलों के लिए 153 रुपये चुकाने होंगे, उनमें किसी भी ब्रॉडकास्टर के चैनल शामिल नहीं हैं। अगर आप इस लिस्ट में एचडी पेड चैनल शामिल करते हैं तो प्रत्येक के लिए 19 रुपये खर्च करने होंगे।

इसके चलते पेड चैनलों की भी नई कीमत हो जाएगी। जहां गांव-कस्बों व छोटे शहरों में रहने वाले लोगों के लिए 200-250 रुपये खर्च करने पड़ते हैं, वहीं अब यह बढ़कर 440 रुपये हो जाएगा। अगर स्पोर्ट्स व एचडी चैनल्स देखने होंगे तो फिर 600 रुपये खर्च करने होंगे। अगर दर्शक ए-ला-कार्टे बेसिस पर चैनल देखते हैं तो फिर उनको 800 रुपये खर्च करने पड़ेंगे।

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