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विधानसभा में हंगामे के बीच नीतीश ने पेश किया विश्वासमत प्रस्ताव

पटना: बिहार सीएम नीतीश कुमार ने आज बिहार विधानसभा में हंगामे के बीच विश्वासमत पेश कर दिया है। राजद विधायक लगातार हंगामा कर रहे हैं। विधानसभा में नीतीश के अलावा सुशील मोदी भी मौजूद हैं। वहीं तेजस्वी यादव को विपक्ष नेता घोषित किया गया है। नीतीश कुमार सरकार के पास 132 विधायकों का समर्थन हैं जिसमें से 71 विधायक जदयू के, 53 भाजपा के, 2 रालोसपा के, दो एलजीपी के, 1 एचएएम का और 3 निर्दलीय विधायक हैं। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 है।

मैं इस प्रस्ताव के विरोध में- तेजस्वी यादव
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं इस प्रस्ताव के विरोध में खड़ा हूं. हमें बीजेपी के खिलाफ वोट मिला था, ये सब प्रीप्लान था। ये एक तरह से लोकतंत्र की हत्या है. बीजेपी के भी कई मंत्री हैं जिनपर आरोप हैं, नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर भी आरोप हैं। उधर, बिहार में जेडीयू-बीजेपी सरकार के विरुद्ध राजद की याचिका हाईकोर्ट ने मंजूर कर ली है। इसको लेकर सुनवाई सोमवार को होगी।

नीतीश-सुशील ने बनाए दो एजेंडे
मेहरोत्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी के बेहद संक्षिप्त राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में सत्र के लिए दो एजेंडा तय किए गए हैं।
-पहला एजेंडा पूर्ववर्ती महागठबंधन सरकार के 28 जुलाई से 3 अगस्त तक दोनों सदनों का पांच दिवसीय मानसून सत्र बुलाने के फैसले को रद्द करना है।
-दूसरा एजेंडा विश्वास मत हासिल करने के लिए कल विधानसभा का एक दिवसीय सत्र बुलाना है।

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