स्वास्थ्य

अगर आपको लगती है अपने शरीर में calcium की कमी, तो ऐसे खुद ही घर पर करें परीक्षण

कैल्शियम से भरपूर खाना हड्डियों और जोडों को हेल्दी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। साथ ही यह दातों को मजबूत बनाता है और रक्त कोशिकाओं को मजबूत बनाता है। ब्लड को नियंत्रित करने और डायबिटीज़ से बचाने में भी कैल्शियम महत्वपूर्ण रोल निभाता है।अकसर लोग कैल्शियम की कमी होने पर कैल्शियम से भरपूर खाना और सप्लीमेंट्स लेना शुरू कर देते हैं, जो कि उनके सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। ऐसे में आपको कैल्शियम के बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है। 

अगर आपको लगती है अपने शरीर में calcium की कमी, तो ऐसे खुद ही घर पर करें परीक्षण

कैल्शियम की कमी के लक्षण

कैल्शियम की कमी के लक्षण आपकी हड्डियों से पता लगाया जा सकता है,क्योंकि इसकी कमी से आपकी हड्डियां कमजोर हो जाती है। कैल्शियम की कमी की वजह से न केवल मांसपेशियों में अकड़न और दर्द होता है बल्कि थकावट भी जल्दी आ जाती है।

कमजोर दांत, कमजोर नाखून, झुकी हुई कमर, बालों का टूटना या झड़ना भी कैल्शियम की कमी के कारण हो सकते हैं। यही नहीं, नींद ना आना, डर लगना और दिमागी टेंशन रहना कैल्शियम की कमी की एक वजह हो सकती है।

कैल्शियम के फायदे

1. कैल्शियम के अभाव में बच्चों में रिकेट्स नहीं होते।

2. स्त्रियों में पीरियड्स चक्र तथा प्रसव के दौरान इसका फायदा होता है।

3. गर्भावस्था में पल रहे शिशु के विकास के लिए कैल्शियम की आवश्यकता बढ़ जाती है।

4. स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी अपने आहार में कैल्शियम को शामिल करना चाहिए।

5. हड्डियों और दांतों के लिए कैल्शियम बहुत ही आवश्यक है, मुख्य रुप से उन बच्चों के लिए जिनकी हड्डियां नाजुक हैं। इसलिए हड्डियों को मजबूत करने के लिए अपने अहार में कैल्शियम को शामिल करें।

6. शोध के अनुसार कैल्शियम युक्त भोजन लेने से कैंसरयुक्त बीमारी को कम किया जा सकता है।

जिन लोगों की बॉडी में कैल्शियम की कमी हो, वो बिना डॉक्टर की सलह के किसी भी प्रकार के सप्लीमेंट्स न लें और न ही कोई दवा खाएं। डॉक्टर की सलाह आपकी बॉडी को सही तरीके से हेल्दी बनाए रखने में मदद करेगी इसलिए उनकी सलाह से ही सेहतमंद खानपान के साथ ही सप्लीमेंट लें। हरी सब्जियां, दही, बादाम और पनीर कैल्शियम के मुख्य स्रोत हैं।

ऐसा कुछ फिक्स नहीं है कि एक व्यक्ति को एक दिन में कितना कैल्शियम लेना चाहिए। फिर भी 18 साल से 50 साल तक की उम्र के लोगों को लगभग 1000मिली ग्राम और 51 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगभग 1200 मिली ग्राम कैल्शियम का सेवन करना चाहिए। कैल्शियम की मात्रा खान-पान और वातावरण के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है, और यह आपकी शारीरिक संरचना पर भी काफी हद तक निर्भर करता है।

हम आपको बता रहे हैं कि अपने खान-पान में किन चीजों को शामिल कर आप अपने शरीर के लिए जरूरी कैल्शियम की मात्रा को पूरा कर सकते हैं।

पनीर

पनीर के सेवन से आप कैल्शियम की कमी को दूर कर सकते हैं। 1 कप पनीर में लगभग 130 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है।

दही

यदि आप अपने डाइट में 1 कप दही को रेग्युलर शामिल करें तो इससे आपको 450 मिलीग्राम कैल्शियम मिल जाता है।

गुड़

रेग्युलर डाइट में गुड़ लेने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में फास्फोरस और कैल्शियम मिलता है। एक कप गुड़ में 80 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है।

दूध

दूध में कैल्शियम की भरपूर मात्रा पायी जाती है। यदि आप 1 गिलास दूध पीते हैं तो इससे आपको लगभग 240 मिलीग्राम कैल्शियम मिलता है।

सोयाबीन

सोयाबीन के सेवन से आप अपने कैल्शियम की कमी को दूर कर सकते हैं। एक कप सोयाबीन में 200 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है।

बींस

बींस में कैल्शियम के साथ प्रोटीन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। 100 ग्राम बींस में लगभग 50 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है।

पत्तेदार सब्जियां

पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक,पत्तागोभी,फूलगोभी,मेथी आदि का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। 120 ग्राम पत्तेदार सब्जियों में 112 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है।

गाजर

120 ग्राम गाजर में 36 ग्राम कैल्शियम होता है। आप गाजर के जूस का भी सेवन कर सकते हैं।

केला

केला खाने से बॉडी को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम प्राप्त होता है। 1 केले में 6 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है।

नींबू

प्रतिदिन नींबू पानी पीने से कैल्शियम की कमी को दूर कर सकते हैं क्योंकि 1 कप नींबू पानी में लगभग 55 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है।

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