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अन्य क्षेत्रों में फैला जाट आंदोलन, रोहतक में इंटरनेट-एसएमएस सेवाओं पर रोक

103802-461864-rohtak-jatदस्तक टाइम्स एजेंसी/चंडीगढ़ : गतिरोध दूर करने के लिए सरकार तथा समुदाय के नेताओं के बीच हुयी वार्ता के विफल हो जाने के बाद आरक्षण के लिए चल रहा जाट आंदोलन हरियाणा के अन्य क्षेत्रों में भी फैल गया है जिससे सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।रोहतक जिले में प्रशासन ने इंटरनेट और मोबाइल एसएमएस सेवाओं को अनिश्चितकाल तक निलंबित कर दिया है। रोहतक के पुलिस अधीक्षक शशांक आनंद ने कहा, ‘रोहतक में इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है।’ उन्होंने कहा कि यह फैसला जिले में ‘कानून और व्यवस्था बनाए रखने’ के लिए लिया गया है।

 आनंद ने कहा कि मोबाइल सेवाएं जिले में जारी रहेंगी। इस बीच, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज जाटों की मांग पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है।

इस बीच रोहतक में पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक लगाते हुए गुरुवार को निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी।

आंदोलन कैथल, करनाल, जींद और अन्य जिलों में भी फैल गया तथा आंदोलनकारियों ने विभिन्न राजमार्गों तथा रेल लाइनों को जाम कर दिया जिससे सड़क और रेल यातायात बाधित हुआ।

कालेज और विश्वविद्यालय के छात्र कल रोहतक में प्रदर्शन में शामिल हुए थे। वहीं हिसार, कुरूक्षेत्र और कैथल सहित विभिन्न स्थानों पर भी छात्र उसमें शामिल हो गए। जाट समुदाय के लोग ओबीसी कोटा के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण की मांग कर रहे हैं।

आंदोलन के केंद्र रोहतक-झज्जर क्षेत्र में रेल और सड़क यातायात सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। भिवानी, सोनीपत, हिसार भी आंदोलन से व्यापक रूप से प्रभावित हुए हैं। आंदोलनकारियों ने जाटों को शामिल करने के लिए आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए कोटा बढ़ाने की मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की पेशकश को कल शाम खारिज कर दिया था। आंदोलनकारियों ने पानीपत में भी कई स्थानों पर सड़कों को जाम कर दिया।

आंदोलनकारियों द्वारा नाकेबंदी किए जाने के कारण हरियाणा रोडवेज ने कई प्रभावित मार्गो पर अपनी बस सेवा स्थगित कर दी।

रोहतक पूर्व मुख्यमंत्री भूपिन्दर सिंह हुड्डा का पैतृक स्थान और उनके पुत्र दीपेंद्र का संसदीय क्षेत्र है। अतिरिक्त उपायुक्त अमित खत्री ने कहा कि रोहतक में आज से तत्काल प्रभाव से धारा 144 लागू कर दी गयी है।

उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों को नाकेबंदी हटाने और हट जाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा, ‘हमने उन्हें पहले चेतावनी दी है और उम्मीद करते हैं कि वे आदेश का पालन करेंगे।’ जिले में कानून व्यवस्था को बाधित करने के लिए असामाजिक तत्वों के प्रदर्शनकारियों में शामिल होने की आशंका संबंधी खबरों के बीच रोहतक के उपायुक्त डी के बेहेरा ने यह आदेश जारी किया। खत्री ने कहा कि अर्धसैनिक बलों को जिले में तैयार रखा गया है।

इस बीच रोहतक में जिला अदालत परिसर के बाहर कारोबारियों और वकीलों के बीच झड़प हुयी। जाटों को ओबीसी श्रेणी में शामिल नहीं किए जाने के खिलाफ जिला अदालत के वकील अदालत परिसर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि उसी दौरान नगर के कारोबारी उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपने के लिए जुलूस की शक्ल में गुजर रहे थे।

रोहतक में कुछ अज्ञात लोगों ने एक मोटरसाइकिल में आग लगा दी। आंदोलन जारी रहने से दूध, सब्जियों, फल और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हुयी।

मुख्यमंत्री से बातचीत के एक दिन बाद आल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा, ‘हम पेशकश को खारिज करते हैं, यह तकनीकी रूप से व्यवहार्य नहीं है। यह अवैध है और इसका कार्यान्वयन नहीं हो सकता।’ उन्होंने कहा, ‘हमें (जाट) एक बार फिर मूर्ख नहीं बनाया जा सकता, हम अपने अधिकार के लिए कई वषरें से संघर्ष कर रहे हैं।’ मलिक ने कहा कि जाट अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे और इसे हासिल करने तक आंदोलन जारी रखेंगे।

जाट प्रदर्शनकारियों ने बहादुरगढ़ में बहादुरगढ़-दिल्ली सड़क को जाम कर दिया है जिससे दिल्ली और हरियाणा के बीच यातायात प्रभावित हुआ है। प्रदर्शनकारियों ने सहारनपुर-कुरूक्षेत्र सड़क को भी जाम कर दिया है। इस बीच जींद से मिली खबर के अनुसार आरक्षण आंदोलन के फैलने के साथ ही नौगामा खाप ने भी आंदोलन में हिस्सा लिया है। नौगामा खाप ने ईक्कस तथा घिमाना गांव में जाम लगाकर जींद-भिवानी, जींद-हिसार मार्ग को बंद कर दिया है।

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