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अपने खर्च पर टीचर जुटा इस प्रिंसीपल ने बदली सरकारी स्कूल की तस्वीर

करीब सवा दो साल पहले तक खस्ताहाल लाडवा हल्के के कस्बा बाबैन के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल की अब अलग पहचान है. पहले जर्जर बिल्डिंग और 2015 में 12वीं का रिजल्ट महज 44 प्रतिशत. अभिभावक बच्चों को दूसरे स्कूलों में दाखिला दिलाने लगे थे, पर अब 20 गांवों के हजार से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं.
अपने खर्च पर टीचर जुटा इस प्रिंसीपल ने बदली सरकारी स्कूल की तस्वीरदो साल में बढ़े 300 दाखिले और परीक्षा परिणाम रहा 91 प्रतिशत

दो साल में इस स्कूल में 300 से ज्यादा दाखिले बढ़े हैं. इस साल स्कूल का परिणाम 91 प्रतिशत रहा. नॉन मेडिकल मेडिकल का रिजल्ट तो 100 प्रतिशत रहा. इस बदलाव के पीछे शिक्षक रणबीर सिंह का सराहनीय प्रयास है. वह यहां बतौर प्रिंसिपल कार्यरत हैं.

37 साल पहले वह अपने गांव रामपुरा से इसी स्कूल में पढ़ने आते थे. जब उसी स्कूल की जिम्मेदारी मिली तो सरकारी फंड का इंतजार किए बिना साथी शिक्षकों, सरपंच विश्वजीत, पंचायत-अभिभावकों को साथ जोड़ा.
ग्रामीणों के सहयोग से करवाया स्कूल का रेनोवेशन

प्रिंसीपल रणबीर सिंह ने ग्रामीणों के सहयोग से करीब 5 लाख रुपए से स्कूल का रेनोवेशन करवाया. सौंदर्यीकरण के लिए सरकार से 50 हजार का पुरस्कार मिला, वह भी स्कूल पर खर्च किया. स्कूल में दो नए कमरे और कंप्यूटर सुसज्जित स्मार्ट क्लासरूम तैयार कराए, आपस में ही करीब डेढ़ लाख रुपए जुटाकर वाद्ययंत्र खरीदे गए, जो सुबह प्रार्थना सभा में इस्तेमाल होते हैं.

प्रार्थना के लिए सुबह स्कूल में लगती है 20 कतारें 

20 लाइन की स्कूल की प्रार्थना ‘सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु, करते हैं शुरू आज का काम प्रभु, शुद्धि भाव से तेरा ध्यान, विद्या का वरदान तुम्हीं से पाए हम…’ को फेसबुक पर 73 हजार से ज्यादा लाइक मिल चुके हैं.

मोटिवेशन का लेवल यह है कि बायोलॉजी की टीचर तीन माह की छुट्टी लेकर विदेश गईं तो 11वीं-12वीं के स्टूडेंट्स की पढ़ाई बाधित न हो, इसलिए स्टाफ ने अपने स्तर पर एक टीचर की व्यवस्था की, सेलरी भी खुद दे रहे हैं.
हर रोज स्कूल में मनाया जाता है उत्सव

इस विधालय में हर रोज उत्सव मनाया जाता है. जिस भी बेटी ओर शिक्षक का जन्मदिन हो रोजाना उस बच्ची को स्कुल स्टाफ अपनी तरफ से क्राउन पहनाता है. बच्ची से केक कटवाया जाता है ओर शिक्षक बच्ची को जन्मदिन पर गिफ्ट देते हैं. साथ ही दिया जाता है तुलसी का पोधा ताकि बच्ची उस पोधे को अपने घर लगाये ओर वातावरण को शुद्ध करे.

इसके लिए लाडवा विधायक डाक्टर पवन सैनी अपने हल्के के हर स्कुल में जन्मदिन पर तुलसी के पोधे बच्चों को गिफ्ट देने की परम्परा शुरू कर चुके है जिसका असर यहां भी देखने को मिला बच्चियां अपने जन्मदिन पर स्कुल टीचर की तरफ से गिफ्ट दिए गये तुलसी के पौधे को घर लगाती है.

 

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