जीवनशैली

अब सर्दियों में नहीं फटेगी एड़िया

कमलगट्टा, कमल का ही फल है, जिसका निर्माण कमल के फूल से ही होता है.  फल में मौजूद बीजों को छीलकर खाया जाता है, जो मूंगफली की तरह होते हैं. इनका स्वाद भी मूंगफली की तरह ही होता है, बल्कि यह कहा जा सकता है कि मूंगफली से भी ज्यादा स्वादिष्ट होते हैं. यह स्वादिष्ट छोटा सी बीज कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होता है.  कमलगट्टे की तरह ही कमल की जड़ यानि कमल-ककड़ी का प्रयोग भी सब्जी के रूप में किया जाता है. खास तौर से पंजाब में इसे लोग काफी पसंद करते हैं.अब सर्दियों में नहीं फटेगी एड़िया

1- हमारे शरीर में पानी की मात्रा ही हमारे शरीर से विषैले पदार्थो को बाहर निकालने का काम करती है कमल ककड़ी का सेवन आपके शरीर से अनचाहे पदार्थ भी बाहर करती है.

2-कमल ककड़ी को खाने या ककड़ी व प्याज का रस मिलाकर पिलाने से शराब का नशा उतर जाता है। बेहोशी में ककड़ी काटकर सुंघाने से बेहोशी दूर होती है.

3-कमल ककड़ी का रस निकालकर मुंह, हाथ व पैर पर लेप करने से वे फटते नहीं हैं तथा मुख सौंदर्य की वृध्दि होती है.

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