उत्तर प्रदेशलखनऊ

अभिभावक सम्भावनाओं को तलाशें और अध्यापक उन्हें तराशें

उदय प्रताप पब्लिक स्कूल : छात्रों ने मनवाया अपनी प्रतिभा का लोहा
नवसृजन 2016 के अन्र्तगत करीब 200 माडल प्रदर्शित
छात्रों ने प्रदर्शित किया विज्ञान, कला और सामाजिक विज्ञान पर आधारित आर्कषक माडल
सर्जिकल स्ट्राईक, वाटर हारवेसटिंग तथा हस्त शिल्प ने किया दर्शको का सर्वाधिक ध्यान आर्कषित
dsc_1563dsc_1572वाराणसी। ‘‘ हमारे पास प्रतिभाओं की कमी नहीं है। जरूरत मात्र उन्हे सही दिशा में संचालित करने और तराशने की है। अगर हम ऐसा कर पाये तो हम निश्चय ही देश को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खडा करने में सफल हो पायेगें। अभिभावक सम्भावनाओं को तलाशे और अध्यापक उन्हे तराशे।‘‘ उपरोक्त बाते उदय प्रताप पब्लिक स्कूल की प्राचार्या श्रीमती संगीता कुमार ने नवसृजन 2016 के उद्घाटन के अवसर पर छात्रों एवं अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए कही। कार्यक्रम की आयोजन सचिव सुश्री ज्ञान प्रभा ने बतलाया – ‘‘ आयोजन का उद्देश्य छात्र छात्राओं की प्रतिभा को अवसर देना है। बच्चों के प्रयास को देखकर हम कह सकते है हम इस दिशा में सफल रहे है।’’ 

उदय प्रताप कालेज परिसर स्थित उदय प्रताप पब्लिक स्कूल के छात्रों ने शुक्रवार को नवसृजन 2016 के अनर्तगत विज्ञान, कला तथा सामाजिक विज्ञान पर आधारित सुन्दर एवं कलात्मक आर्कषक माडलों की प्रस्तुति की। विद्यालय परिसर में प्रवेश करते ही प्रधानाचार्य कक्ष के समीप गैलरी की दिवारो पर वाराणसी के घाटों तथा तथाता की भूमि सारनाथ का जिवन्त चित्रण बरबस ही ध्यान आकर्षित करता है। छोटे बच्चों के हाथों की कलाकारी देखते ही बनती है।श्रीमती विभा सिंह ने छात्रों के द्वारा बनाये गये माडलों के सन्दर्भ में जानकारी देते हुए बतलाया की -‘‘ बच्चो ने कला वर्ग के अन्र्तगत हस्तकला में ग्लास पेटिंग, नीब पेटिंग, फेब्रिक पेटिंग, ब्लाक प्रिंट, डेकोरेटिव पीस, मूर्तिकला, झूमर, बाल हैगिंग,तोरन, जूटबैग, पेपर ज्वेलरी, शाल मेकिंग,बैग बटुवा, शाल चुन्नी,टेबुल क्लाथ, तथा पाट पेंटिग पर आधारित सुन्दर तथा आर्कषक वस्तुवें बनाकर भारतीय बाजार को एक नया रूप और दिशा दिया है।

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img_20161223_105130विद्यालय की वरिष्ठतम शिक्षिका श्रीमती अनन्या मि़त्रा ने बतलाया कि स्कील इंडिया को ध्यान में रखते हुए छात्र छात्राओं ने – सर्जिकल स्ट्राईक, वाटर हारवेसटिंग, नदियों द्वारा निर्मित विभिन्न स्थलाकृतियाॅ, स्र्माट सीटी, स्र्टाटप इंडिया, सीवेज ट्रीटमेंट प्लान, सोलर उर्जा, प्रदूषण एवं यातायात नियन्त्रण, तथा लेजर सेक्यूरिटी पर आधारित माडल बनाकर विकसित भारत की रूप रेखा खीचने का प्रयास किया है। 
बच्चो की प्रतिभाओं को तराशने एवं उनके माडल बनाने में – सुश्री वनिता खरे, राजकुमार सिंह, प्रगति श्रीवास्तव, पल्लवी शर्मा, धर्मेन्द्र गुप्ता, विमला सिंह, संघ्या सिंह, सुनीता दूबे ने विशेष रूप से योगदान दिया। प्रर्दशनी दर्शको के लिए ग्यारह बजे से सायं चार बजे तक खुली रही।

 

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