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अमेरिका ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान सरकार के समक्ष अपनी चिंता की जाहिर

President Barack Obama meets with Indian Prime Minister India Narendra Modi in the Oval Office of the White House in Washington, Tuesday, June 7, 2016. (AP Photo/Pablo Martinez Monsivais)

नई दिल्ली:अमेरिका ने पाकिस्तान को लगाई है कड़ी फटकार, ‘गुड टेरेरिज्म’ और ‘बेड टेरेरिज्म’ के आधार पर आतंकवादी समूहों को ना बांटे। साथ ही साफ-साफ शब्दों में पाकिस्तान को चेताया कि अपनी जमीन पर आतंकियों को पनाह न दे। अमेरिका की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता एलिजाबेथ ट्रुडो ने व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, कि अमेरिका ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान सरकार के समक्ष अपनी चिंता जाहिर की है। एलिजाबेथ ने कहा, हमने पाकिस्तान सरकार पर अपने कमिटमेंट्स का पालन करने को कहा है साथ ही आतंकवादियों को अलग-अलग ग्रुप के आधार पर उनके बीच अंतर ना करे।

भारत को बताया अपना साझेदार-दूसरी तरफ जारी बयान में भारत को अपना साझीदार करार दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक एजेंडे से अमेरिका भी सहमत है और जल्द ही दोनों अर्थव्यवस्थाएं दुनिया को नई दिशा देंगी। व्हाइट हाउस का कहना है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो दष्टिकोण साक्षा किया था उसके अनुसार अमेरिका और भारत के मजबूत आर्थिक संबंधों से दोनों देशों में रोजगार के अवसर पैदा हो सकते हैं।

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने गुरूवार को कहा था कि राष्ट्रपति ओबामा का मानना है कि दोनों देशों के बीच प्रभावी सहयोग से दोनों देशों की अर्थव्यवस्था में सुधार हो सकता है। इससे रोजगार के अवसर पैदा हो सकते है और अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिल सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे मालूम है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति ओबामा से इसी प्रकार के लक्ष्य साझा किये हैं। उन्होंने कहा कि ओबामा को इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए नरेन्द्र मोदी के रूप में एक प्रभावी वार्ताकार और सहयोगी मिल गया है। उन्होंने बताया, राष्ट्रपति अपने कार्यकाल के शुरूआती साढ़े सात साल के दौरान हुई प्रगति से खुश हैं और हम अगले पांच माह भी ऐसे प्रयास करते रहेंगे।

अमेरिका, PAK को 100 करोड़ डॉलर कम देगा मदद…
– तालिबान के खिलाफ अमेरिकी मदद से पाकिस्तान चला रहा है सैन्य ऑपरेशन।
– पाकिस्तान को दी जा रही इसी मदद में अमेरिका ने भारी कटौती की है।
– पाक को दी जाने वाली 350 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद को घटाकर 100 करोड़ डॉलर कर दिया गया है।
– पेंटागन के प्रेससचिव पीटर कुक ने कहा, अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ पाक की कार्रवाई पर्याप्त नहीं।
– पेंटागन ने पाक को सैन्य मदद के लिए जरूरी प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया।
– लिहाजा अमेरिकी संसद ने पाक को 350 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद देने से इंकार कर दिया।
– यूएस ने साफ-साफ शब्दों में पाक से कहा है कि उसके हित में है कि वह आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करे।

अमेरिका से PAK को कैसे मिलती है मदद…
– अमेरिका 2011 से पाक को 350 करोड़ डॉलर की सालाना मदद दे रहा था।
– पांच साल में यह मदद 70% तक घट गई।
– 2007 के बाद मदद कम करने का यह पहला मौका होगा।
– अमेरिका का कहना है कि पाकिस्तान तालिबान को सपोर्ट कर रहा है।
– जिसके चलते अमेरिकी और नाटो फौजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
– अमेरिका के मदद की रकम करने से पाक अफसरों में खलबली मच गई है।
– हकीकत में पाक इस पैसों का इस्तेमाल तालिबान के खिलाफ नहीं करता।
– बल्कि पैसों का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों में करता रहा है।

सैन्य मदद…
2011 : 8700 करोड़ रुपए
2015 : 2200 करोड़ रुपए
मई में F16 सौदा भी हुआ था रद्द

आर्थिक सहायता…
2011 : 8000 करोड़ रुपए
2015 : 3700 करोड़ रुपए
2002 से 2015 तक 93900 करोड़ रुपये मिले पाकिस्तान को

अमेरिका करोड़ों डॉलर लुटा चुका है पाक पर, अब उठे विरोध के स्वर…
– अमेरिकी सांसद कहते रहे हैं कि आतंकवाद के खिलाफ वॉर में हम करोड़ों डॉलर बर्बाद कर चुके हैं।
– हमने पाकिस्तान को जितना दिया, वो काफी ज्यादा था, उसे अब कई अन्य सोर्स जैसे चीन से मदद मिल रही है।
– कांग्रेस सदस्य और सदन की विदेशी मामलों की उप समिति के अध्यक्ष टेड पो पाकिस्तान से जता चुके हैं अपनी नाराजगी।
– कांग्रेस की विदेश मामलों की एशिया और प्रशांत उपसमिति के अध्यक्ष मैट सैल्मन तो यहां तक कह चुके हैं कि पाकिस्तान हमें मूर्ख बना रहा है।
– चीन पाकिस्तान में 30 हजार करोड़ रुपए के एनर्जी और इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है।

 

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