राष्ट्रीय

आंखफोड़वा कांड: सिविल सर्जन पर गिरी गाज, सीएम शिवराज ने किया सस्पेंड

shivraj2भोपाल. मध्य प्रदेश प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आंखफोड़वा कांड पर सख्त एक्शन लेते हुए अस्पताल के सिविल सर्जन को सस्पेंड करने का आदेश दिया है. इससे पहले ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर समेत पांच स्वास्थ्यकर्मियों को सस्पेंड किया जा चुका है.

मुख्यमंत्री शिवराज ने सोमवार को विधानसभा में बयान देते हुए कहा कि, मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद मरीजों के आंखों की रोशनी चली जाना बड़ी घटना है. सरकार जांच रिपोर्ट के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी. वहीं, सीएम ने हादसा पीड़ितों को हर संभव मदद देने का ऐलान किया है.

इस दौरान उन्होंने अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर अमरसिंह बिजनार को सस्पेंड करने के आदेश दिए. वहीं इससे पहले राज्य सरकार ने ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर आरएस पलोड़ समेत ओटी इंचार्ज लीला वर्मा, नर्स माया चौहान, विनीता चौकसे, शबाना मंसूरी व नेत्र सहायक प्रदीप चौकड़े को निलंबित कर दिया है.

कांग्रेस ने बनाया जांच दल

वहीं, कांग्रेस ने भी इस मामले में अपने जांच दल का गठन किया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने इस बात का ऐलान करते हुए कहा कि पार्टी का दो सदस्यीय दल बड़वानी जाकर जांच करेगा. अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अजय शाह को जांच दल का अध्यक्ष बनाया गया है.

उल्लेखनीय है कि बड़वानी जिला अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए विशेष शिविर लगाया गया था. इस दौरान करीब 80 मरीजों के ऑपरेशन किए गए थे.ऑपरेशन के बाद कई मरीजों को आंखों में पस, खुजली और दर्द की शिकायत होने लगी, थोड़ी देर बाद ही उन्हें दिखना भी बंद हो गया.

मामला सामने आने के बाद परिजनों और अस्पताल में हड़कंप मच गया. धीरे-धीरे ऐसे मरीजों की संख्या 32 तक पहुंच गई. जिसके बाद अब उनका इलाज इंदौर के दो अस्पतालों में चल रहा है.

 

Related Articles

Back to top button