उत्तर प्रदेश

आठ साल के बेटे के आगे डॉक्‍टर पिता ने महिला को लगाए टांके और…

एजेंसी/ up_mrt_bjr_863_bereham_doctor_2jun16_shakeel_p18-378x252बिजनौर के अस्‍पताल में कार्यरत एक डॉक्‍टर इतना बेरहम हो गया कि उसने सारे नियम कायदे-कानून को ताक पर रखकर महज आठ साल के अपने बेटे को इमरजेंसी वार्ड में ले गया. यहां गंभीर हालत में तड़पती एक महिला के सामने ले जाकर अपने बेटे को खड़ा कर दिया.

डॉक्‍टर उस समय उस महिला को सुई से टांके लगा रहा था, जिसको देख बच्चे के हाथ पांव फूल गए, लेकिन डॉक्टर को बच्चे की हालत पर दया नहीं आई. क्योंकि डॉक्टर अपने बेटे को टांके कैसे लगाते है ये सब सिखाने को इमरजेंसी वार्ड में ले गया और उसे जल्द ही डॉक्टर बनाना चाहता है, जबकि डॉक्टर को ये मालूम नहीं की बच्चा इस काम को खेल-खेल में घर पर भी प्रयोग कर सकता है.

बिजनौर के जिला अस्‍पताल में तैनात ये बेरहम डॉक्‍टर है प्रेम प्रकाश जिनकी ड्यूटी इमरजेंसी वार्ड में है. जब डॉक्‍टर इमरजेंसी वॉर्ड में पहुंचता है तो उसके साथ उसका आठ साल का बेटा भी होता है. इस डॉक्‍टर का सपना है कि उसका बेटा भी बड़ा होकर डॉक्‍टर बने इसलिए अपने सपने को साकार करने के लिए इंमरजेंसी वार्ड में ले गया.

स्टेचर पर लेटी महिला जो दर्द के मारे तड़प रही क्योंकि इस महिला को सुई से टांके लगाये जा रहे है. उसके मुंह के पास खड़ा एक बच्चा जोकि महिला को देख कर बुरी तरहा घबरा रहा है, लेकिन पास में खड़े इस बच्चे के पापा डॉक्टर प्रेम प्रकाश को अपने बच्चे पर दया भी नहीं आई.

उधर जब इस मामले को लेकर अस्‍पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी राकेश कुमार दुबे से बात कि तो उन्होंने डॉक्टर की इस हरकत को सरासर गलत बताया, लेकिन डॉक्टर ने सारे कायदे कानून को ताक पर रख दिया है.

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