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इंजीनयरिंग के छात्रों को पहाड़ से नीचे फेंकने वाले अपराधी को कोर्ट ने दी सजा-ए-मौत

vlcsnap-2016-02-09-16h44m38s418दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ नालंदा के बिहारशरीफ कोर्ट ने दो साल पुराने मामले में दोषी शख्स को सज-ए-मौत दी है. नालंदा स्थित हिरण्य पर्वत से पूर्णिया के दो पॉलटेकनिक छात्रो की दो साल पहले धकेल कर हत्या कर दी गयी थी.

इस चर्चित हत्याकांण्ड मामले में मंगलवार को बिहारशरीफ कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाया. बिहारशरीफ कोर्ट के एडीजे 3 राजेश कुमार पाण्डेय ने अपना अंतिम फैसला सुनाते हुए इस हत्याकाण्ड में शामिल बिहारशरीफ के मंसुरनगर निवासी कुख्यात अपराधी लाला चौरसिया को फांसी की सजा सुनाई वहीं चामो उर्फ शंकर मिस्त्री को उम्रकैद और दस-दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया.

गौरतलब है की 31 मई 2014 को पूर्णिया के चार छात्र राहुल , समरजीत , राहुल कुमार और प्रेम पॉलिटेक्निक की परीक्षा देने के लिए बिहारशरीफ आये थे. चारो छात्र हिरण्य पर्वत पर चढ़कर शिव मंदिर के पास घुम रहे थे तभी इसी बीच चार अपराधियों ने इन चारो छात्रों को पहाड़ पर ही बंधक बना लिया और उनसे लूटपाट शुरू कर दी.

इस दौरान लुटेरों ने सभी छा़त्रों से एटीएम कार्ड, पैसे और मोबाईल छिन लिया. इसके बाद दो अपराधी इन छात्रों से एटीएम का पिन नंबर पूछकर राशि निकालने नीचे चले गये थे.

पिन नंबर गलत बाए जाने से आक्रोशित अपराधियों ने प्रेम कुमार, राहुल कुमार, समरजीत कुमार को तीन सौ फीट की अधिक ऊंचाई से नीचे फेंक दिया था जिसमें प्रेम कुमार और राहुल की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी जबकि समरजीत अपराधियों से लड़ते हुए अपराधी लाला चैरसिया के साथ नीचे गिरकर पहाड़ की झाड़़ियो में जा लटका था.

एक अन्य छात्र राहूल कुमार मौके से अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहा था. इस हत्याकांण्ड में शामिल दो अपराधी सुखा और संतोष उर्फ नाटा पुलिस की गिरफ्त से अब भी बाहर हैं जिसकी तलाश सोहसराय थाने की पुलिस कर रही है.

 

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