उत्तर प्रदेशपर्यटन

उत्तर प्रदेश- धर्मपरायणता और तीर्थस्थानों का पालना

download (2)एजेन्सी/  अगर घूमना आपका पेशा ही नहीं शौक है तो उत्तर प्रदेश पर्यटन के पास आपके लिए काफी कुछ मनोरम है और इसी वजह से मशहूर इस अद्भुत जगह को देखने देश विदेश से काफी लोग आते हैं। ताज की धरती, कथक नृत्य का उत्पत्ति स्थान, बनारस की पावन हिन्दू धरती, भगवान कृष्ण का जन्म स्थान, वह जगह जहाँ बुद्ध ने अपना पहला धर्मोपदेश दिया था, यह सब उत्तर प्रदेश के अन्दर ही आता है। 

उत्तर प्रदेश की सीमा पर उत्तराखंड, हिमाचल और नेपाल उत्तर दिशा में पड़ते हैं, मध्य प्रदेश दक्षिण दिशा में पड़ता है, बिहार पूर्व में और हरयाणा पश्चिम में पड़ता है।

उत्तर प्रदेश के मशहूर तीर्थस्थान

भारत में भक्ति पर्यटन के लिए अगर उत्तर प्रदेश को शुमार न किया जाए तो कुछ अधूरा रहेगा। उत्तर प्रदेश पर्यटन श्रद्धालुओं को इसलिए भी अपनी ओर आकर्षित करती है क्योंकि यहाँ काफी मशहूर तीर्थस्थल हैं। बनारस एक ऐसी जगह है जिसको हिन्दुओं द्वारा मुक्ति या मोक्ष स्थल भी कहते हैं और यह देश विदेश में पर्यटकों के बीच मशहूर है।

उत्तर प्रदेश एक बेहद पवित्र जगह है और वैष्णवों के लिए महत्वपूर्ण जगह भी। भगवान कृष्ण और राम की जन्मभूमि मथुरा और अयोध्या भी उत्तर प्रदेश में ही है।कृष्ण से जुड़ी अन्य जगह जैसे वृन्दावन और गोवर्धनसंभावित जगह हैं जहाँ लोग पूरे साल उत्सव और उल्लास के लिए आ सकते हैं।

राम के बेटे लव और कुश का जन्म स्थान बिठूर भी यहीं है। महान संत जैसे कबीर, तुलसीदास और सूरदास भी इसी धरती पर हुए जिनका धर्मपरायणता से ओतप्रोत गीतों के प्रति लगाव मशहूर है।अलाहाबाद सबसे पुराने शहरों में गिना जाता है और यहीं पर तीन महत्वपूर्ण और पावन नदियाँ गंगा, यमुना और सरस्वती का समागम होता है।इस जगह पर मशहूर कुम्भ मेला लगता है जो देश और विदेश से भक्तों, यात्रियों और तस्वीर प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

यह बौद्ध धर्म के लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण जगह है क्योंकि सारनाथ में ही बुद्ध ने अपना पहला धर्मोपदेश दिया था, कौशाम्बी में अशोक पिलर है और यहाँ पर बुद्ध ने कई धर्मोपदेश दिए हैं, श्रावस्ती में बुद्ध ने कई साल गुज़ारे औरकुशीनगर में उन्होंने नश्वर घूँघर गिराया।प्रभासगिरी हिन्दू और जैन दोनों धर्म के लोगों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है। उत्तर प्रदेश के जगहों का पौराणिक कथाओं में काफी उल्लेख है और यह रामायण और महाभारत जैसे भारत के महाकाव्य के विकास के लिए ज़िम्मेदार है।

उत्तर प्रदेश का वन जीवन

रायबरेली का समसपुर बर्ड सैंक्चुअरी, चम्बल वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी, दुधवा राष्ट्रिय उद्यान कुछ ऐसी जगहें हैं जो पशु प्रेमियों को बरबस ही अपनी ओर खींचती है और यह उत्तर प्रदेश पर्यटन को सम्पूर्ण बनाता है।

ऐतिहासिक चित्रांकित!

उत्तर प्रदेश अपने सुन्दर और श्रेष्ठ ऐतिहासिक स्मारकों की बदौलत देश और विदेश से पर्यटकों को अपनी तरफ खींचता है। आगरा के ताज महल के अलावा, झाँसी, लखनऊ, मेरठ और अकबर द्वारा बनाया गया फतेहपुर सिकरी, प्रताबगढ़, बाराबंकी, जौनपुर, महोबा और एक छोटा खेती प्रधान गाँव देवगढ़, उत्तर प्रदेश के कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जो इतिहास और संस्कृति के बारे में काफी कुछ बयां कर जाते हैं।

उत्तर प्रदेश की जगहें जैसे अलीगढ़ जो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की वजह से एक महत्वपूर्ण ज्ञानपीठ है, बनारस, लखनऊ, मेरठ, झाँसी, गाज़ियाबाद, कानपुर, गोरखपुर, नॉएडा उत्तर प्रदेश पर्यटन के लिए मशहूर शहर हैं।

उत्तर प्रदेश की संस्कृति, खाना और पंथ

भारत के महत्वपूर्ण नृत्य कलाओं में से एक, कथक की शुरुआत यहीं से हुई थी। भारत के दूसरे क्षेत्रों की तरह उत्तर प्रदेश की अपनी संस्कृति है और यहाँ गीत और नाच का प्रचलन ज्यादा है।उत्तर प्रदेश कई उल्लेखनीय हस्तशिल्प जैसे हाथों से छपाई, कालीन बनाना, धातु पर तामचीनी चढ़ाना, ब्रोकेड का काम, ब्रास और एबोनी के काम मशहूर हैं। कशीदाकारी का अनूठा नमूना, लखनवी चिकन ने देश तो क्या विदेश में भी प्रशंसा पायी है।

उत्तर प्रदेश की संस्कृति में भी हिन्दू और मुग़ल संस्कृति का सम्मिश्रण है जो प्रदेश के कई स्मारकों और व्यंजन में सा[फ झलकता है। अवधि खाना, कबाब, दम बिरयानी और कई मांसाहारी व्यंजन कुछ ऐसे व्यंजन हैं जो पर्यटकों के मुंह में पानी ला सकते हैं। स्वादिष्ट नमकीन जैसे चाट, समोसा, पकोड़ा आदि ने देश भर में लोगों के दिलों में अपनी अलग जगह बना ली है और इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से ही हुई थी।

उत्तर प्रदेश के बारे में इतना कुछ जानने के बाद ऐसा कोई कारण नहीं है जो एक उत्सुक यात्री को यहाँ की खोज करने से रोक सकता है। इसके पास आपको देने के लिए काफी कुछ है और काफी कुछ है जो प्रतिबिंबित होना है।

  

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