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औचक दौरे पर वसुंधरा, सीएस से कहा- जहां भी गड़बड़ी मिले, काम रुकवाएं

39_1446161229दस्तक टाइम्स/एजेंसी- राजस्थान:
नागौर. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेशभर में बन रहे हाउसिंग बोर्ड के मकानों की गुणवत्ता की जांच कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि अगर कहीं भी गड़बड़ी मिले तो तुरंत निर्माण बंद कराएं। मुख्यमंत्री ने ये निर्देश नागौर दौरे के दौरान दिए। वे गुरुवार दोपहर अचानक बालवा रोड पर बन रहे हाउसिंग बोर्ड के मकानों का निर्माण देखने पहुंच गईं। यहां उन्होंने बजरी में मिट्टी देखी तो श्रमिकों से बात की।
 
पता चला कि बजरी-कंकरीट में तय मात्रा से कम सीमेंट मिलाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने जैसे ही दीवार को हाथ लगाया प्लास्टर उतरने लगा। मुख्यमंत्री ने अफसरों से नाराजगी जताई। खुद निर्माण सामग्री का सैंपल लेकर जांच के लिए अपनी गाड़ी में रखवाया। मौके से ही प्रमुख सचिव सीएस राजन को फोन पर कहा- प्रदेश में जहां भी हाउसिंग बोर्ड के मकानों का निर्माण चल रहा है, जांच कराएं। गड़बड़ी मिले तो काम रुकवा दें।
नागौर में काम रोका, एसीबी जांच शुरू
मुख्यमंत्री ने तत्काल नागौर में काम रुकवा दिया। एसीबी जांच के आदेश दिए। रात तक अजमेर व नागौर की एसीबी टीमें मौके पर पहुंच गईं। मुख्यमंत्री के साथ मौके पर विधायक हबीबुर्रहमान और कलेक्टर राजन विशाल भी थे। गौरतलब है कि एसीबी में पहले से हाउसिंग बोर्ड मकानों के घटिया निर्माण की जांच चल रही है। मामले में आवासन मंडल के वरिष्ठ परियोजना अभियंता प्रमोद कुमार माथुर, हाकमचंद पंवार, मकान बनाने वाले ठेकेदार मौजदीन कंस्ट्रक्शन कंपनी व बलवंत सिंह आरोपी हैं। एसीबी इनके खिलाफ चार्जशीट पेश करने की तैयारी में है।
 
 
पॉलिसी पर भी उठाए सवाल, कहा- क्या लोगों की जान लोगे
सीएम ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड में भवन निर्माण को लेकर हाउसिंग बोर्ड की पॉलिसी भी सही नहीं है। उन्होंने हाउसिंग बोर्ड के घटिया निर्माण पर नाराजगी जताते हुए कहा- कैसे मकान बना रहे हो। ऐसे निर्माण से लोगों की जान खतरे में डाल रहे हो। बने हुए मकानों की तराई भी नहीं हो रही। इट्स वैरी शॉक्ड, आप लोगों ने सोचा होगा कि यहां कौन देखने आएगा। समझते क्या हो?
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में नहीं घुस सके मंत्री-सांसद और विधायक
मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे हेलिकॉप्टर से नागौर पहुंची थीं। यहां से वे काफिले के साथ टाउन हॉल गईं। साथ में मौजूद उद्योग मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर तो उनके साथ घुस गए। लेकिन काफिल से पीछे रहे गए जिले के प्रभारी मंत्री अजय सिंह किलक, सांसद सीआर चौधरी और जायल विधायक मंजू बाघमार को सुरक्षा अधिकारियों ने टाउन हॉल में नहीं जाने दिया। बाद में ये सभी सर्किट हाउस रवाना हो गए।

 

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