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कांग्रेस नेता के बेटे की मौत पर बीजापुर बंदCRPF फायरिंग में

bijapur_congress_leader_son_20161213_105334_12_12_2016बीजापुर, ब्यूरो। बासागुड़ा के तिम्मापुर में रविवार रात धान की रखवाली कर रहे युवकों पर सीआरपीएफ की फायरिंग से एक युवक की मौत हो गई, वहीं एक अन्य घायल हो गया। फायरिंग में कांग्रेस नेता के बेटे की मौत पर मंगलवार को बीजापुर बंद का आव्हान किया गया है।

घटना के बाद जवान मृत युवक, घायल व 6 अन्य को कैंप ले गए थे। सोमवार सुबह आक्रोशित ग्रामीणों ने कैंप का घेराव कर दिया। करीब 16 घंटे बाद अधिकारियों ने मृतक का शव दिखाया, लेकिन 6 युवकों के कब्जे में होने से इनकार करते रहे।

जबकि एसपी ने इनके कैंप में होने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि युवकों की ओर से गोली चलाने के बाद ही जवानों ने फायरिंग की। पुलिस व सीआरपीएफ के विरोधाभासी बयान से गोलीकांड संदेह के दायरे में आ गया है।

तिम्मापुर सरपंच पति पदम देवेन्द्र ने बताया कि रोजाना की तरह नंदराम पुनेम, सुक्कू कक्केम, कोरसा बुधरू, पुनेम दसरू, कोरसा पाण्डु, सेमला चंदू, अवलम शंकर व कोरसा लच्छू धान की रखवाली करने कोठार गए थे। रात में ये आग जलाकर ताश खेलते बैठे थे। 10.30 बजे तिम्मापुर के सीआरपीएफ कैम्प 168वीं बटालियन के जवान वहां पहुंचे। युवकों ने परिचय देने की कोशिश की पर जवानों ने एकाएक गोलियां चला दी।

इस गोलीकांड में उसूर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुकलू पुनेम के बेटे नंदराम पुनेम (25) की मौके पर ही मौत हो गई जबकि सुक्कू कक्केम को दाएं पैर में गोली लगी। उसे बासागुड़ा के सीआरपीएफ कैम्प में इलाज के बाद जिला अस्पताल लाया गया। 6 युवक अब भी सीआरपीएफ के कब्जे में हैं, जबकि सीआरपीएफ के अधिकारी राजेश कुमार इस बात से इनकार कर रहे हैं।

सोमवार को कोंटा विधायक कवासी लखमा, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विक्रम मंडावी व अजय सिंह बासागुड़ा पहुंचे और मृतक के परिजनों से मुलाकात की। फिर कैंप का घेराव कर रहे ग्रामीणों के बीच पहुंचे। दोपहर ढाई बजे एंटी लैंड माइंस वाहन से शव ले जाने के दौरान ग्रामीणों से उसे रोक लिया। अधिकारियों ने शव दिखाया और विधायक ने समझाइश दी, तब ग्रामीण शांत हुए। विधायक व ग्रामीणों ने दोषी जवानों पर एफआईआर, 50 लाख रुपए मुआवजा व 6 युवकों को रिहा करने की मांग की।

एरिया डोमिनेशन पर गई थी पार्टी : एसपी

बीजापुर एसपी केएल ध्रुव ने कहा कि नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर जवान एरिया डोमिनेशन पर निकले थे। सामने चल रहे जवान ने जमावड़ा देखकर चैलेंज किया। सामने से फायरिंग होने पर जवानों ने भी गोलियां चलाई, जिसमें ग्रामीण की मौत हुई। एसपी ने बताया कि संदेह के आधार पर 6 युवक अब भी बासागुड़ा के सीआरपीएफ कैम्प में रखे गए हैं।

 

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