जम्मू : जम्मू-कश्मीर सरकार ने अमरनाथ यात्रा रद्द करने का फैसला किया है. सरकार के फैसले को लेकर कारोबारियों ने फैसले की समीक्षा करने की बात कही है. कारोबारियों का कहना है कि सरकार के फैसले का असर कारोबार पर पड़ेगा. अमरनाथ यात्रा रद्द करने के बजाय भक्तों की संख्या कम की जा सकती है. जानकारी के मुताबिक, अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने कहा है कि अमरनाथ की पवित्र गुफा में सभी पारंपरिक धार्मिक कर्मकांड पिछले साल के अनुसार किये जायेंगे. साथ ही कहा है कि दुनिया भर के भक्तों के लिए अमरनाथ श्राइन बोर्ड ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था करेगा.
वहीं, जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख अरुण गुप्ता ने कहा है कि ”आज के फैसले ने कारोबारी समुदाय को निराश किया है. इसका सीधा असर उनके कारोबार पर पड़ेगा. सरकार को अपने फैसले की समीक्षा करनी चाहिए. इसके बजाय भक्तों की संख्या कम कर सकती है. अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष सह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा दुनिया भर में लाखों भक्तों के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की जायेगी. लोगों की जान बचाना जरूरी है. इसलिए, व्यापक जनहित में इस साल की तीर्थयात्रा आयोजित करना उचित नहीं है.
मालूम हो कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर सरकार ने फैसला किया है कि वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा केवल प्रतीकात्मक होगी. हालांकि, सभी पारंपरिक धार्मिक अनुष्ठान पवित्र गुफा तीर्थ पर पिछले साल के अनुसार किये जायेंगे. अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के सीईओ नितीश्वर कुमार ने कहा है कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट और विशेष रूप से भक्तों के लिए समर्पित ऐप पर 30 मिनट के लिए सुबह छह बजे आरती और शाम पांच बजे आरती का प्रसारण किया जायेगा.