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चीन और पाकिस्तान से युद्ध हो तो कितना वजन एयरलिफ्ट हो सकता है?

पाकिस्तान और चीन से अगर युद्ध छिड़ जाता है तो उस परिस्थित में वायुसेना कितनी जल्दी और कितना वजन एयरलिफ्ट कर सकती है? भारतीय वायुसेना ने इस सवाल को हल करने के लिए एक सफल परीक्षण किया। वायुसेना ने छह घंटे में एक वेव में 463 टन वजन का भार चंडीगढ़ से एयरलिफ्ट कर लद्दाख क्षेत्र के अलग-अलग हवाईक्षेत्रों में गिराया।

वैसाचीन और पाकिस्तान से युद्ध हो तो कितना वजन एयरलिफ्ट हो सकता है? क्या होता है एक वेव?

एक वेव यानी एक साथ एक ही फॉर्मेशन में अलग-अलग एयरक्राफ्ट में सामान लोड हुआ और साथ ही उड़ान भरी। एक ही वक्त में अलग-अलग एयरफील्ड और ड्राप जोन में वह ड्राप किया गया। यह अपने आप में रिकॉर्ड है।

क्यों अहम है लद्दाख?

सूत्रों के मुताबिक लद्दाख सामरिक दृष्टि से बेहद अहम है। जहां एक तरफ पाकिस्तान का इलाका है वहीं दूसरी तरफ चीन का। युद्ध के दौरान सबसे अहम कारक होता है कि सेना कितनी जल्दी इकट्ठा हो सकती है। 463 टन का लोड लद्दाख रीजन में पहुंचाना युद्ध की तैयारियों का भी परीक्षण था जिसे सफलतापूर्व पूरा किया गया।

युद्ध के अलावा भी आएंगे काम

युद्ध के अलावा प्राकृतिक आपदा के समय कितने कम समय में कितना ज्यादा सामान एयरलिफ्ट किया जा सकता है? इसका भी परीक्षण किया गया। इसके लिए वेस्टर्न एयर कमांड के 16 फिक्स्ड विंग ट्रांसपॉर्ट एयरक्राफ्ट तैनात किए गए थे। सभी विमानों को मंगलवार सुबह चंडीगढ़ एयरबेस में लोड किया गया। यह पूरा अभियान 6 घंटों से भी कम समय में पूरा हो गया।

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