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छत्तीसगढ़ : कन्या आश्रम में मासूमों का यौन शोषण

soshनारायण । बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले के ओरछा मार्ग स्थित धनोरा के कन्या आश्रम में आठवीं कक्षा की दो नाबालिग छात्राओं के यौन शोषण का मामला प्रकाश में आया है। माता रुक्मणी सेवा संस्थान द्वारा संचालित कन्या आश्रम में अबूझमाड़ इलाके की कुल 4० बच्चियां रहती हैं।आरोप है कि आश्रम की अधीक्षक नीता का पति विनोद नाग पिछले आठ माह से आश्रम की दो बालिकाओं को डरा-धमकाकर उनका लगातार यौन शोषण करता रहा है। इस मामले को कांकेर की झलियामारी कांड की पुनरावृत्ति कहा जा रहा है।इस मामले का खुलासा होते ही रायपुर से दिल्ली तक हड़कंप मच गया है। इस बीच आश्रम की अधीक्षक और उसका आरोपी पति दोनों फरार हो गए हैं।खुलासा हुआ है कि आरोपी पिछले आठ माह से बच्चियों को रात में अपने हवस का शिकार बनाता रहा है। वह पत्नी के कमरे से उठकर छात्राओं के कमरे तक जाता और उन्हें नींद से जगाकर दुष्कर्म करता था। बच्चियां रोती- सिसकती रहती थीं और विरोध करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी मिलती थी।छात्राओं ने जब इसकी शिकायत आश्रम अधीक्षक नीता से की तो उन्होंने मामले को टाल दिया।जब ग्रामीणों को जानकारी मिली तो उन्होंने बैठक बुलाई और आरोपी को वापस आने पर सबक सिखाने का निर्णय लिया लेकिन इसकी सूचना अफसरों को नहीं दी। मामले का खुलासा होने पर कलेक्टर ने मामले की जांच की है।नारायणपुर प्रभारी कलेक्टर कार्तिकेय गोयल ने बताया कि धनोरा आश्रम की बच्चियों से ‘छेड़खानी’ का मामला सामने आया है। जिला प्रशासन ने मामले की जांच के लिए तीन टीम रवाना की है। जांच के बाद आरोपी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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