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जब इजरायली पीएम का दिल्‍ली में स्‍वागत और झेला विपक्ष का गुस्‍सा

नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजरायल के दौरे के लिए रवाना हो गए हैं। यह किसी भी भारतीय पीएम का पहला इजरायल दौरा है। जिस तरह से आज पीएम मोदी ने एक एतिहासिक कदम उठाया है उसी तरह से वर्ष 2003 में एक इजरायली पीएम ने भी साहसिक कदम उठाया था। वर्ष 2003 में एरियल शैरॉन इजरायल के पीएम थे और वह भारत दौरे पर आए थे। इसके साथ ही किसी इजरायली पीएम ने पहली बार भारत का दौरा किया। तब देश में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी। 

जब इजरायली पीएम का दिल्‍ली में स्‍वागत और झेला विपक्ष का गुस्‍सा2003 में भारत आए थे शैरॉन 11 जनवरी 2014 को शैरॉन का निधन हो गया लेकिन उनका पहला भारतीय दौरा आज तक इतिहास में दर्ज है। दुनिया भर में जहां शैरॉन की एक अलग अहमियत थी तो भारत उन्‍हें हमेशा भारत आने वाले पहले इजरायली पीएम के तौर पर याद रखता है। नौ सितंबर 2003 को शैरॉन भारत दौरे पर दिल्‍ली पहुंचे। उनके इस एतिहासिक दौरे से एक दशक पहले ही दोनों देशों के रिश्‍तों को एक नया मुकाम मिला था। उस समय तक इजरायल तो भारत का करीबी होने का दावा करता था लेकिन भारत ने हमेशा अपने संबंधों को कम अहमियत दी। मुंबई में सिर्फ एक इजरायली काउंसलर ऑफिस के साथ भारत संबंधों को चला रहा था और ज्‍यादातर संबंध वाणिज्यिक थे। फिलीस्‍तीन के साथ संबंधों के चलते भारत, इजरायल को लेकर हमेशा ही आशंकित रहता था। अरब देशों के साथ संबंध न बिगड़ने पाएं इसलिए हमेशा फूंक फूंक कर कदम रखा गया। 

कारगिल की जंग ने बदला माहौल वर्ष 1992 के बाद 1999 का दौर एक ऐसा समय था जब भारत और इजरायल फिर से करीब आए। भारत की विदेश नीति में अमेरिका और इजरायल के साथ संबंधों को गहरा करने पर जोर दिया गया। इसी समय कारगिल की जंग हुई और इजरायल भारत का एक मददगार साथी बनकर उभरा। इजरायल तब तक भारत के लिए हथियार सप्‍लाई करने वाले एक बड़े देश में तब्‍दील हो चुका था। इसके बाद दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध मजबूत हुए और कई आधिकारिक दौरों को अंजाम दिया गया। तत्‍तकालीन गृहमंत्री लाल कृष्‍ण आडवाणी समेत विदेश मंत्री जसवंत सिंह भी इजरायल पहुंचे। वरिष्‍ठ पत्रकार अदिति भादुड़ी की मानें तो जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने शैरॉन को भारत आने का न्‍यौता दिया था तो उन्‍हें विपक्ष का खासा विरोध तक झेलना पड़ा था। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने तो उनके इस फैसले को दुर्भाग्‍यपूर्ण तक करार दे डाला था।   पांच ऐसे योगासन जो आपको पैसे जीतने में मदद कर सकते हैं 

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