उत्तर प्रदेशलखनऊ

जानें, क्या कर रहे हैं शपथ लेने वाले अखिलेश के मंत्री

दस्तक टाइम्स/एजेंसी- लखनऊ : akhilesh-yadav-56351308cb03a_exlstमंत्रिपरिषद के पुनर्गठन के बाद कुछ मंत्रियों ने बृहस्पतिवार को अपने विभागों का कामकाज संभाल लिया। कुछ क्षेत्रों में हैं और अगले एक-दो दिन में या दिवाली बाद कामकाज संभालेंगे। वहीं, कुछ मंत्री शुभ मुहूर्त के इंतजार में हैं। कुछ ऐसे भी वजीर हैं जो लखनऊ में ही अपने घरों पर रहे लेकिन ज्योतिषीय गणना ठीक न होने की वजह से दफ्तरों में नहीं पहुंचे तो कुछ के बारे में चर्चा रही कि वे नए विभागों को लेकर कसक के चलते दफ्तरों में नहीं आए।

ये मंत्री पहुंचे दफ्तर: नए कैबिनेट मंत्रियों में सिर्फ बलवंत सिंह रामूवालिया ही बृहस्पतिवार को दफ्तर पहुंचे और कामकाज संभाल लिया। पुरानों में बलराम यादव व ब्रह्माशंकर त्रिपाठी ही कार्यालय पहुंचे। महबूब अली दफ्तर तो पहुंचे, पर नए विभाग का कामकाज नहीं संभाला।

राज्यमंत्री से स्वतंत्र प्रभार बने रामसकल गुर्जर, रियाज अहमद, मूलचंद चौहान ने भी कामकाज संभाल लिया। स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री बनाए गए मदन चौहान ने तो कामकाज संभाल लिया लेकिन शादाब फातिमा दफ्तर नहीं आईं।

राज्यमंत्री से स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाए गए रियाज अहमद, मूलचंद चौहान, रामसकल गुर्जर ने भी नए विभाग की जिम्मेदारी संभाल ली। राज्यमंत्रियों में कृषि और चिकित्सा विभाग की जिम्मेदारी संभालने वाले राधेश्याम सिंह कार्यालय तो आए लेकिन कुर्सी पर नहीं बैठे। वे सोमवार को शुभ मुहूर्त में कामकाज संभालेंगे।

 

राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री बनाए गए कमाल अख्तर बाहर हैं। उनके लखनऊ आने का कार्यक्रम अभी तय नहीं है। साहब सिंह सैनी भी बाहर होने के कारण दफ्तर नहीं पहुंचे। विनोद सिंह उर्फ पंडित सिंह भी नई भूमिका मिलने के बाद दफ्तर नहीं पहुंचे। उनके कार्यालय से बताया गया कि मंत्री अभी क्षेत्र में हैं। उनके सोमवार को आने की संभावना है।

अहमद हसन, रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया और अरविंद सिंह गोप भी अपने दफ्तरों में नहीं पहुंचे। गोप का कार्यालय अभी तैयार हो रहा है। दुर्गा प्रसाद यादव और पारसनाथ यादव के भी क्षेत्र में होने की जानकारी है।

अन्य मंत्रियों में से कुछ के शुभ मुहूर्त के� इंतजार तो कुछ के मन में कसक होने के कारण दफ्तर न पहुंचने की चर्चा रही। वहीं, स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री यासर शाह प्रदेश से बाहर हैं। उनके भी शनिवार या सोमवार को आने का कार्यक्रम है।

राज्यमंत्री हेमराज वर्मा व बंशीधर बौद्ध के भी एक-दो दिन बाद ही लखनऊ आने की संभावना है। पवन पांडेय ने भी अभी कामकाज नहीं संभाला है।

 

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