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टैक्सी से भी महंगा हो गया एचआरटीसी स्कूल बस का किराया

rupee-shimla-56d539d9d89cc_exlमहंगाई से जूझ रही जनता पर एचआरटीसी ने बड़ा बोझ डाल दिया है। एचआरटीसी स्कूल बस के मासिक पास की दरों में भारी बढ़ोतरी से अभिभावक परेशान है। अभिभावकों का कहना है कि एचआरटीसी स्कूल बस पास की दरें टैक्सी से भी अधिक हो गई है। जिससे बच्चों को पढ़ाने के लिए शिमला आए अभिभावकों का बजट बिगड़ गया है।

परिमहल कुसुम्पटी के रहने वाले विपिन कुमार (गोल्डी) का कहना है कि बसंत बिहार से बीसीएस का किराया 5 रुपये है। बीसीएस से डीएवी स्कूल का किराया 3 रुपये है। इस तरह बसंत बिहार से डीएवी स्कूल का एक तरफ का किराया 8 रुपये और रोजाना आने जाने का किराया 16 रुपये बनता है।

छुट्टियों को काटे बिना अगर 30 दिन का किराया जोड़ा जाए तो 480 रुपये बनता है। उधर एचआरटीसी स्कूल बस का एक महीने का पास 900 रुपये में बनाया जा रहा है। जोकि रोजाना 30 रुपये पड़ रहा है। सामान्य बसों की तुलना में एचआरटीसी स्कूल बस पास के दुगने पैसे वसूल रहा है जोकि सरासर अन्याय है।

विपिन कुमार सहित अन्य अभिभावकों ने एचआरटीसी प्रबंधन से स्कूल बस के मासिक पास की दरों में कटौती की मांग की है। उधर इसे लेकर एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक देवासेन नेगी का कहना है कि 2009 के बाद प्रदेश में कई बार बस किराये में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन स्कूल बस पास की दरें नहीं बढ़ाई गई हैं। 2009 के बाद इस बार निजी स्कूलों के बस पास में कुछ बढ़ोतरी हुई है।

 
 
 

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