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तो इसलिए इतना रोती हैं लड़कियां, ये हैं फायदे

25b17f09b08cb391b60a7d845794855dकोई भी व्यक्ति तभी रोता है जब वो बहुत दुखी हो और अंदर से टूटा हुआ महसूस करे. इसलिए हम किसी रोते हुए व्यक्ति को देखकर उसके दुख का अंदाजा लगा लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं रोने के भी बहुत फायदे हैं, हैं ना अजीब बात….लेकिन ये बिल्कुल सही है आइए हम आपको बताते हैं रोने से जुड़ी कुछ रोचक बातें-

दरअसल भावात्मक तौर पर टूटने पर तनाव वाला हार्मोन कॉर्टीसोल को पैदा करता है जो आपको उत्तेजक और भावुक बना देता है. इसलिए आप जब भी रोए तो खुद को शांत करने के लिए थोड़ा वक्त ले लें या किसी अकेली जगह पर जाकर खुद को शांत करे वरना उस समय ऐसा भी हो सकता है कि आप किसी लड़ ना बैठें.

रोते वक्त कॉर्टीसोल गले में रुकावट पैदा करता है जिससे आवाज धीरे हो जाती है और सांस लेने में तकलीफ हो जाती है.

ये तो आप पहले से ही जानते हैं कि रोने से लंबे समय से चला आ रहा दुख हल्का हो जाता है. रोते वक्त ल्यूसाइन नाम का एंडोर्फिन रीलीज होता है जो मूड को अच्छा कर देता है और दर्द को कम करता है. ये शांत होने में भी मदद करता है और शरीर से कई सारे टॉक्सिस को बाहर निकलाता है.

एक रिसर्च में यह भी कहा गया है जब आप रोने की हालत में होते हैं तो इससे बाकी से अंगों को भी सिग्नल मिलता है जिस वजह से रोते वक्त चेहरे के भाव बदल जाते हैं.

प्रोफ़ेसर सबाओ ने एक प्रयोग किया. उन्होंने अपने घर और पड़ोस में आग लगा दी. इसे देखकर रोने वाले लोगों में 70 महिलाएं थीं और सिर्फ़ एक पुरुष.

प्रोफ़ेसर रौटैनबर्ग कहते हैं, “शिशुओं के रोने पर काफ़ी अध्ययन किया गया है, ये आसान है. लेकिन 10-11 की उम्र में जब लड़का और लड़की अपने लिंग को पहचानने लगते हैं, तबसे लड़कियां लड़कों के मुकाबले ज़्यादा रोती हैं और ये ताउम्र जारी रहता है.

आपको बता दें कि जैसे हंसना हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, एक रिसर्च के मुताबिक वैसे कभी-कभी रोना भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद ही होता है.

आंखों में मेमब्रेन के सूखने पर रोशनी कमजोर हो जाती है. आपके आंसू इसे सूखने नहीं देते, जिससे आंखों की रौशनी बनी रहती है.

आंसुओं में लोसोजोम नाम का एक तत्व होता है, जो बाहरी बैक्टीरिया को खत्म करने में 90 फीसदी तक सफल होता है.

अगर आप तनाव में हैं और रोते हैं तो आंसओं के साथ एड्रेनोकॉर्टिकोट्रोपिक और ल्यूसीन जैसे हार्मोन निकलते हैं, जिससे तनाव दूर होता है.

रोने से दिमाग, दिल और लिंबिक सिस्टम का काम ठीक रहता है.

आंसू आपकी निराशा को बाहर निकालते हैं, इससे आपके मन की सफाई होती है.

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