रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में किरंदुल-कोत्तावालसा रेलमार्ग के किरंदुल रेलखंड में नक्सलियों ने एक बार फिर रेल पुल को निशाना बनाते हुए एक बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे दिया। संभागीय मुख्यालय से करीब 6० किलोमीटर दूर मध्य-दक्षिण बस्तर की सीमा पर काकलूर-कुम्हार सोड़रा स्टेशनों के बीच नक्सलियों ने रेल पुल के नट-बोल्ट व फिश प्लेट खोलकर पटरी उखाड़ दी जिस कारण मालगाड़ी के तेरह डिब्बे और दो इंजन पुल से नीचे गिर गए। वहीं दो डिब्बे पुल में लटके रहे।बुधवार तड़के 4 बजकर 1० मिनट पर हुई इस घटना के बाद से केके रेललाइन के जगदलपुर व किरंदुल रेलखंड में रेल आवागमन ठप्प पड़ गया। डेढ़ माह के भीतर इस रेलखंड में यह दूसरी बड़ी रेल दुर्घटना है। इसके पूर्व 29 मार्च 2०14 को भी इसी इलाके में दंतेवाड़ा-कमलूर स्टेशनों के बीच नक्सलियों नें पटरी उखाड़ कर मालगाड़ी के दो इंजनों को पुल से गिरा दिया था।जंगली इलाका होने से अधिकारियों को घटनास्थल तक पहुंचने में पांच घंटे से अधिक समय लग गया। स्थानीय रेल अधिकारी पुलिस व आरपीएफ के जवानों के सुबह 1० बजे घटनास्थल पहुंचने के बाद स्थिति का जायजा लेकर मंडल रेल मुख्यालय वाल्टेयर को घटना की स्थिति से अवगत कराया गया। तब कहीं जाकर कोरापुुट रायगढ़ा विशाखापप्तनम किरंदुल से रिलीफ ट्रेनें घटनास्थल के लिए रवाना की गई।मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बताया कि मंडल रेल मुख्यालय से एडीआरएम सहित आधा दर्जन वरिष्ठ रेल अधिकारियों के देर रात तक घटनास्थल पर पहुंचने के बाद क्षतिग्रस्त डिब्बों को पटरी से हटाकर पुल की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा। इस घटना से रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।काकलूर-कुम्हारसोड़रा के बीच जिस पुल पर यह घटना हुई उसकी लंबाई 12० मीटर है। चार स्पान का यह पुल 1962 में बना था।नक्सलियों ने पुल के ऊपर करीब 45 मीटर तक पटरी के नट-बोल्ट खोल दिए थे फिश प्लेटें भी निकाल दी थीं। इस इलाके में नक्सली बार-बार रेलमार्ग को निशाना बनाते रहे हैं। नक्सली गतिविधियों की दृष्टि से अति संवेदनशील क्षेत्र होने के बावजूद यहां रेलमार्ग व पुलों की सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है।दुर्घटना की चपेट में आई मालगाड़ी 118 डिब्बों की थी जिसमें 6 इंजन लगे थे। बैलाडीला से लौह अयस्क की ढुलाई के लिए दो मालगाड़ियों को जोड़कर जम्बो रैक भी चलाया जाता है। मंगलवार रात 12 बजे यह मालगाड़ी जगदलपुर से निकली थी। काकलूर से ढाई किलोमीटर आगे जैसे ही मालगाड़ी पुल पर चढ़ी सामने के इंजन और डिब्बे पलट कर पुल से नीचे जा गिरे। इस हादसे में ट्रेन के ड्राइवर व गार्ड को हल्की चोटें आई हैं। पुल से मालगाड़ी गिरने की घटना के कारण विशाखापप्तनम-किरंदुल पैसेंजर किरंदुल में ही रद्द कर दी गई है। पुल की मरम्मत व रेललाइन बहाल होने में 36 से 48 घंटे का समय लगने की संभावना को देखते हुए पैसेंजर ट्रेन के कम से कम दो दिनों तक रद्द रह सकती है। विशाखापप्तनम से आने वाली पैसेंजर गाड़ी को फिलहाल जगदलपुर तक ही चलाने का निर्णय लिया गया है।