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नोएडा में ब्लैक फंगस का कहर, नहीं मिल रहे इंजेक्शन


नोएडा : गौतमबुद्धनगर में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए इंजेक्शन की भारी किल्लत है। इंजेक्शन की किल्लत के चलते मरीज को इलाज नहीं मिल पा रहा है। वहीं जानकारी के लिए जिले के लिए मेरठ कमिटी के पास मौजूद इंजेक्शन फिर खत्म हो गए हैं। ऐसे में शुक्रवार को भी मरीजों के परिजन इंजेक्शन के लिए भटकते रहे। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिले में अब तक ब्लैक फंगस के 72 मरीज मिल चुके हैं। अब सिर्फ 26 सक्रिय मरीज बचे हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। अब तक स्वास्थ्य विभाग जिले में ब्लैक फंगस के 39 मरीजों के ठीक होने का दावा कर रहा है। सोनाक्षी सिंह ने बताया कि उनके पति वरुण सिंह ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स में भर्ती हैं।

वहीं सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी कहते हैं, ‘ब्लैक फंगस के मरीज जल्द ठीक हो रहे हैं। नए केस नहीं आ रहे हैं। अब जिले में सिर्फ 26 मरीज बचे हैं। जिले में इंजेक्शन उपलब्ध कराने का प्रयास हो रहा है।’ डॉक्टरों ने हर दिन 12 इंजेक्शन लगने की जरूरत बताई है लेकिन तमाम कोशिशों करने के बावजूद इंजेक्शन नहीं मिले। जब जिला स्वास्थ्य विभाग और मेरठ कमिटी से इंजेक्शन नहीं मिले तो उन्होंने प्राइवेट फार्मेसी पर इंजेक्शन की जानकारी की। हैदराबाद में इंजेक्शन मिलने की जानकारी हुई तो अधिक दामों पर इंजेक्शन खरीद लिए। लेकिन जब अस्पताल में इंजेक्शन लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने इंजेक्शन नकली बता दिया। उन्होंने बताया कि अब तक ब्लैक फंगस से पति की आंख जा चुकी है। अब वे जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे हैं। जिले में ब्लैक फंगस के मरीजों ने इलाज के अभाव में कितने लोगों ने अंग गंवाए हैं, इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा ठीक हुए मरीजों की जानकारी तो सार्वजनिक की जा रही है, लेकिन अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती मरीजों में से किसने कौन सा अंग गंवाया इसकी विभाग को जानकारी ही नहीं है। मेरठ इंजेक्शन के लिए भेजे गए लोगों में से कितनों को इंजेक्शन मिल पाया और किसे नहीं, इसकी जानकारी से भी स्वास्थ्य विभाग अंजान है। ऐसे में जिले में भर्ती मरीजों का इलाज कैसे हो होगा इस पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।

 

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