उत्तराखंड

पढ़िए, कैसे जल और जलागम ने जलाई विकास की लौ

self-employment_1476425640खुद में नैसर्गिक प्राकृतिक सौंदर्य समेटे पहाड़ पलायन के दंश से घायल हैं। मूलभूत सुविधाओं की कमी, पानी की समस्या, रोजगार के अभाव के चलते लोग लगातार पलायन कर रहे हैं और गांव वीरान होते जा रहे हैं।
 
उत्तराखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में तो कई दर्जन गांव पूरी तरह से खाली हो गए हैं, अब राजधानी के नजदीकी गांवों में भी इस प्रभाव दिखने लगा है। ऐसे में देहरादून से 26 किलोमीटर दूर स्थित धारकोट गांव के लोगों ने कृषि के आधुनिक तौर-तरीके अपनाकर न सिर्फ गांव से हो रहे पलायन को रोका बल्कि अब वे अच्छी खासी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं।

ग्रामीणों का इस कार्य में सहयोग किया है जलागम ने, जिसकी विकेंद्रीकृत विकास परियोजना के जरिये ग्रामीणों को पानी मिला और बंजर हो रही जमीन में फसलें लहलहा उठीं। जलागम ने रायपुर के ब्लाक की सात ग्राम पंचायतों को चुना है। इनमें 23 राजस्व गांव शामिल हैं।

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